छह माह में दूर होगी अफसरों की कमी: रघुवर दास

रांची: मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा है कि वह तोड़ने में नहीं, जोड़ने में विश्वास करते हैं. जो भी साफ मन व खुले दिल से भाजपा में आना चाहेगा, उनका स्वागत है, चाहे वह किसी भी पार्टी का क्यों न हो. उन्होंने अपील भी कि है कि राज्य की बेहतरी के लिए लोगों को साथ […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 31, 2015 6:12 AM
रांची: मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा है कि वह तोड़ने में नहीं, जोड़ने में विश्वास करते हैं. जो भी साफ मन व खुले दिल से भाजपा में आना चाहेगा, उनका स्वागत है, चाहे वह किसी भी पार्टी का क्यों न हो. उन्होंने अपील भी कि है कि राज्य की बेहतरी के लिए लोगों को साथ आना चाहिए. जिन्हें गरीबों की चिंता है, वे सरकार के साथ आयें. मुख्यमंत्री शुक्रवार को सीएम आवास में गृह प्रवेश के बाद प्रभात खबर से बातचीत कर रहे थे.
अधिकारियों की है कमी : उन्होंने कहा : झारखंड में अभी अधिकारियों की कमी है. पर छह माह में आइएएस व आइपीएस अफसर और शिक्षकों की कमी दूर कर ली जायेगी. बालू की बंदोबस्ती को लेकर पूछे जाने पर मुख्यमंत्री ने कहा : बालू पर पंचायतों का ही अधिकार होगा. पंचायत ही बालू घाटों का संचालन करेंगी.
सबकी भागीदारी सुनिश्चित होगी : मुख्यमंत्री ने कहा : राज्य के संपूर्ण विकास का सोच रखते हैं. हर गांव में बिजली व सड़क हो, यह हमारी प्राथमिकता में है. सरकार की जिम्मेदारी गुड गवर्नेस और जवाबदेह प्रशासन देना है. जनता ने जो जिम्मेवारी दी है, उसे निभायेंगे. जो गलती करेगा, उसे दंडित किया जायेगा. जो बेहतर करेंगे, उन्हें पुरस्कृत किया जायेगा. सत्ता में सबकी भागीदारी सुनिश्चित होगी.
विकास का खाका खीचेंगे
मुख्यमंत्री ने कहा : राज्य के विकास के लिए ही स्टेट डेवलपमेंट काउंसिल का गठन किया गया है. राज्य के सभी 14 सांसद और अन्य विजनवाले लोगों के साथ मिल कर विकास का खाका खीचेंगे और उसके अनुरूप विकास करेंगे. हर तीन माह में काउंसिल की बैठक होगी. स्टेट ट्राइबल डेवलपमेंट काउंसिल का गठन भी किया जा रहा है. इसमें आदिवासियों के विकास पर खास फोकस किया जायेगा. उनका जीवन स्तर कैसे बेहतर हो और वे अपनी संस्कृति को कैसे संरक्षित रख सकें, इस दिशा में काम कर रहे हैं.
तीन को चुनाव प्रचार में दिल्ली जायेंगे
मुख्यमंत्री तीन फरवरी को दिल्ली जायेंगे. विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार करेंगे. वह दो दिनों तक दिल्ली में ही रहेंगे.

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