15 लाख के स्क्रैप की सुरक्षा में फूंक दिये गये तीन करोड़ रुपये
सीसीएल प्रबंधन की ओर से डकरा बी-ब्लॉक में 15 लाख रुपये के स्क्रैप की सुरक्षा में लगभग तीन करोड़ रुपये फूंक दिये गये. लेकिन, इतनी सुरक्षा के बावजूद यहां से लगातार स्क्रैप की चोरी हो रही है.
प्रतिनिधि (डकरा).
सीसीएल प्रबंधन की ओर से डकरा बी-ब्लॉक में 15 लाख रुपये के स्क्रैप की सुरक्षा में लगभग तीन करोड़ रुपये फूंक दिये गये. लेकिन, इतनी सुरक्षा के बावजूद यहां से लगातार स्क्रैप की चोरी हो रही है. शनिवार रात स्क्रैप चोरी की सूचना के बाद यह मामला एक बार फिर से चर्चा में है. गौरतलब है कि पूर्व में डकरा बी-ब्लॉक में करकट्टा परियोजना का वर्कशॉप बनाया गया था. वर्ष 2010 में जब करकट्टा खदान को रोहिणी और पुरनाडीह में मर्ज किया गया, तब स्क्रैप को वहीं छोड़ दिया गया. स्क्रैप की सुरक्षा में तीन शिफ्ट में तीन सीआइएसएफ के जवान की तैनाती की गयी. एक जवान के वेतन में सीसीएल प्रबंधन की ओर से प्रति माह औसतन 60 हजार रुपये खर्च किये जाते हैं. ऐसे में एक साल में तीन जवानों पर वेतन के रूप में सीसीएल की ओर से 21.60 लाख रुपये खर्च किये जाते हैं. यानी 14 वर्ष में इस स्क्रैप की सुरक्षा तीन करोड़ दो लाख 24 हजार रुपये खर्च किये जा चुके हैं. वहीं, सूत्रों की मानें, तो बी-ब्लॉक में पड़े इस स्क्रैप की कीमत बमुश्किल 10 से 15 लाख रुपये होगी. वहीं, बीच-बीच में स्क्रैप की चोरी के बाद इसकी कीमत में कमी होती गयी है. इस संबंध में डकरा के पीओ अनिल कुमार सिंह ने कहा कि स्क्रैप की सुरक्षा में इतनी बड़ा रकम खर्च करना कुप्रबंधन रहा है, लेकिन अब जल्द ही इसका ऑक्शन होनेवाला है. कमेटी बन गयी है. रिपोर्ट बनाकर मुख्यालय भेजा गया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है