Ranchi : शहर की तीन लाख आबादी को दो दिनों से नहीं मिला पानी
प्लांट में सॉफ्ट टूट जाने की वजह से टाउन लाइन में जलापूर्ति प्रभावित है. मरम्मत का काम मंगलवार की रात पूरा होने की उम्मीद है. ऐसे में बुधवार से टाउन लाइन में जलापूर्ति सामान्य होगी.
रांची : रूक्का वाटर ट्रीटमेंट प्लांट में सॉफ्ट टूट जाने की वजह से रांची की टाउन लाइन से पिछले दो दिनों से जलापूर्ति बाधित है. इस कारण बूटी, इरबा, कोकर, चुटिया, लालपुर, नामकुम, बहू बाजार, सिरमटोली, चर्च रोड समेत अन्य इलाकों में रहने वाले लगभग तीन लाख लोगों को पानी नहीं मिल पाया. सप्लाई वाटर की आपूर्ति नहीं होने से लोगों की परेशानी बढ़ गयी है. लोगों ने पानी का जार खरीद कर प्यास बुझायी. इस संबंध में पूछे जाने पर बूटी प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता चंद्रशेखर ने बताया कि प्लांट में सॉफ्ट टूट जाने की वजह से टाउन लाइन में जलापूर्ति प्रभावित है. मरम्मत का काम मंगलवार की रात पूरा होने की उम्मीद है. ऐसे में बुधवार से टाउन लाइन में जलापूर्ति सामान्य होगी. एक मोटर चलने की वजह से शहर के अन्य इलाकों में बाधित जलापूर्ति हो रही है.
ट्रैफिक टेक्नोलॉजी पर भोपाल में छठा नेशनल कांफ्रेंस 22-23 फरवरी को, एडीजी अभियान के नेतृत्व में आठ डीएसपी लेंगे भाग
ट्रैफिक टेक्नोलॉजी पर छठा नेशनल कांफ्रेंस भोपाल स्थित सेंट्रल एकेडमी फॉर पुलिस ट्रेनिंग में 22 और 23 फरवरी को होने जा रहा है. इसमें भाग लेने के लिए डीजीपी अजय कुमार सिंह ने एडीजी अभियान डॉ संजय आनंदराव लाठकर को अधिकृत किया है. श्री लाठकर के नेतृत्व में राज्य के आठ डीएसपी भी कांफ्रेंस में शामिल होने जायेंगे. इनमें जमशेदपुर के ट्रैफिक डीएसपी संजय कुमार सिंह, धनबाद के ट्रैफिक डीएसपी अरविंद कुमार सिंह, बोकारो की ट्रैफिक डीएसपी पूनम मिंज, झारखंड पुलिस एकेडमी हजारीबाग के डीएसपी रोशन गुड़िया, हजारीबाग के हेडक्वार्टर डीएसपी श्री नीरज, गिरिडीह के हेडक्वार्टर डीएसपी-2 कौशर, सरायकेला के हेडक्वार्टर डीएसपी चंदन कुमार वत्स और कोडरमा के हेडक्वार्टर डीएसपी पुरुषोत्तम कुमार सिंह शामिल हैं. पुलिस अनुसंधान एवं विकास ब्यूरो द्वारा आयोजित कांफ्रेंस में झारखंड के अलावा सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेश के आलाधिकारी शामिल होंगे. इस कांफ्रेंस का थीम रोड मैप ऑफ विजन जीरो डेथ रखा गया है. इसमें रोड इंजीनियरिंग, एडुकेशन, इंफोर्समेंट और एनर्जी रिस्पांस सिस्टम पर विस्तृत चर्चा कर सड़क हादसों को कम करने की दिशा में रोड मैप तैयार किया जायेगा. इसमें पुलिस अफसरों के अलावा परिवहन क्षेत्र से जुड़े कई विशेषज्ञ भी शामिल होंगे.