रांची (विशेष संवाददाता). रांची विवि अंतर्गत मांडर कॉलेज में वित्तीय अनियमितता मामले में शुक्रवार को तीन सदस्यीय कमेटी ने वित्त से जुड़े कई कागजात जब्त कर अपने साथ ले आयी है. कुलपति डॉ अजीत कुमार सिन्हा के निर्देश के आलोक में विवि के प्रॉक्टर डॉ मुकुंद चंद्र मेहता, इंटरनल ऑडिट को-ऑर्डिनेटर अजय प्रकाश तथा विवि वित्त विभाग के सुमित कुमार दिन में कॉलेज खुलते ही जांच करने पहुंचे. कमेटी के सदस्यों ने दिन भर कागजात की जांच की तथा अधिकारियों व कर्मचारियों से आवश्यक पूछताछ की. इसके बाद सभी जब्त कागजात तीन बड़े-बड़े कार्टून में सील बंद कर शाम में उसे विवि मुख्यालय में सुरक्षित रखा. जब्त सामानों में डेली कलेक्शन रजिस्टर सहित चालान, कैश बुक, मनी रिसिप्ट, बैंक खाता सहित अन्य महत्वपूर्ण कागजात हैं. सदस्यों ने विद्यार्थियों से लिये गये शुल्क सहित उसके अनुपात में रजिस्टर में दर्ज राशि की बारिकी से जांच की. इसके अलावा बैंक खाते का भी डिटेल चेक किया. इधर कमेटी के सदस्यों ने अब तक की जांच में भारी पैमाने पर वित्तीय गड़बड़ी की आशंका से इनकार नहीं किया है. कागजात की जांच करने के बाद कमेटी अपनी विस्तृत रिपोर्ट कुलपति को सौंप देगी. इधर विवि प्रशासन उक्त अवधि के पांच प्राचार्य, दो बर्सर व एक एकाउंटेट को दिये गये कारण बताओ नोटिस के जवाब का इंतजार कर रहा है. जवाब मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जाने की संभावना है. उल्लेखनीय है कि कॉलेज में 68.59 लाख रुपये से अधिक की राशि की गड़बड़ी से संबंधित समाचार प्रभात खबर में प्रकाशित होने के बाद कुलपति ने पूरे मामले को गंभीरता से लिया है.
कुलपति अचानक पहुंचे बेड़ो व लोहरदगा
रांची विवि के कुलपति शुक्रवार को अचानक केसीबी कॉलेज बेड़ो पहुंच गये. वहां निरीक्षण करने के बाद वे महिला कॉलेज लोहरदगा भी गये. दोनों जगहों पर कक्षाएं व आंतरिक परीक्षाएं सुचारू रूप से चलते पाया. कुलपति प्रोफेसर इंचार्ज सहित सभी शिक्षकों व कर्मचारियों से भी मिले.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है