कृत्रिम ऑक्सीजन की आपूर्ति के लिए 30 HNFC मशीन राज्य सरकार को उपलब्ध, कोरोना संक्रमितों को मिलेगी मदद
Coronavirus in Jharkhand (हजारीबाग) : कोरोना महामारी में संक्रमित लोगों के इलाज में कृत्रिम ऑक्सीजन की आपूर्ति हाई फ्लो ऑक्सीजन थेरेपी मशीन से रांची के रिम्स और हजारीबाग मेडिकल कॉलेज में हो रही है. त्रिवेणी सैनिक माइनिंग प्राइवेट लिमिटेड की ओर से 30 HNFC मशीन राज्य सरकार को उपलब्ध करायी गयी है. हाई फ्लो नेजल कैनुला आधुनिक चिकित्सा उपकरण कोरोना से ग्रसित मरीज को सुरक्षा एवं जीवन रक्षक प्रणाली के लिए उपयोग हो रहा है.
Coronavirus in Jharkhand (सलाउद्दीन-हजारीबाग) : कोरोना महामारी में संक्रमित लोगों के इलाज में कृत्रिम ऑक्सीजन की आपूर्ति हाई फ्लो ऑक्सीजन थेरेपी मशीन से रांची के रिम्स और हजारीबाग मेडिकल कॉलेज में हो रही है. त्रिवेणी सैनिक माइनिंग प्राइवेट लिमिटेड की ओर से 30 HNFC मशीन राज्य सरकार को उपलब्ध करायी गयी है. हाई फ्लो नेजल कैनुला आधुनिक चिकित्सा उपकरण कोरोना से ग्रसित मरीज को सुरक्षा एवं जीवन रक्षक प्रणाली के लिए उपयोग हो रहा है.
रांची के रिम्स और हजारीबाग मेडिकल कॉलेज में यह उपकरण पहुंचने से कोरोना मरीजों को काफी फायदा हो रहा है. त्रिवेणी सैनिक माइनिंग प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के चेयरमैन प्रभाकरण, इडी कार्तिकेन, मैनेजिंग डायरेक्टर हिम्मत सिंह बदेला, वाइस प्रेसीडेंट कॉरपोरेट एपेयर्स सत्यप्रकाश के इस सहयोग के लिए सरकार की ओर से सराहना की गयी है.
देश के कई हॉस्पिटल को नियमित बिजली के लिए कोयले का ट्रांसपोर्टिंग
NTPC पंकरी बरवाडीह क्षेत्र में कोल खनन कार्य में लगी कंपनी त्रिवेणी सैनिक माइनिंग प्राइवेट लिमिटेड इस कठिन परिस्थिति में भी कोल उत्पादन और ट्रांसपोटिंग के लक्ष्य को पूरा कर रहा है. NTPC पंकरी बरवाडीह क्षेत्र में हर दिन करीब 25 हजार टन कोयला का उत्पादन हो रहा है. यहां से प्रतिदिन 7-8 रैक कोयला NTPC के विभिन्न तापघरों में पहुंच रहा है. जिससे कई महानगरों व शहरों में बिजली आपूर्ति नियमित बनी हुई है. विशेष कर हॉस्पिटल और अन्य संस्थान जो कोरोना के समय काफी उपयोगी रोल अदा कर रहे हैं. उन संस्थानों में NTPC नियमित बिजली पहुंचाने के लिए कोल उत्पादन के लक्ष्य को पूरा कर रहा है.
Also Read: ऑक्सीजन-प्लाज्मा की है जरूरत, यहां मिलेगी पूरी जानकारी, कोरोना से जूझ रहे लोगों के लिए बोकारो के इस छात्र ने बनाया खास ऐप
पंकरी बरवाडीह खनन क्षेत्र में कोरोना गाइडलाइन व सेफ्टी
हजारीबाग जिला अंतर्गत बड़कागांव प्रखंड के पंकरी बरवाडीह कोल खनन क्षेत्र में कोयला उत्पादन और ट्रांसपोटिंग का कार्य एक मिशन के रूप में हो रहा है. कोविड गाइडलाइन और लोगों की सुरक्षा के मानक पर कंपनी खरा उतर रही है. 45 सदस्यों की एक टीम बनायी गयी है जो सभी कर्मियों के स्वास्थ्य और कोविड गाइडलाइन पर निगरानी रख रही है. RTPCR से कोरोना जांच और डॉक्टर की सुविधा उपलब्ध है. प्रतिदिन कोल खनन में इस्तेमाल होनेवाले उपकरणों को सेनेटाइज किया जा रहा है. काम करनेवाले सभी अधिकारी व कर्मी की सुरक्षा का विशेष ध्यान रखा जा रहा है.
हर दिन सभी लोगों का टेंपरेचर जांच व अन्य स्वास्थ्य जांच किया जा रहा है. कोरेटिन और आइसोलेशन में भी लोगों को रखा जा रहा है. कंपनी के सिकरी हॉस्टल में रहनेवाले लोगों को बेहतर खाना व इम्यूनिटी बढ़ाने पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है. यही कारण है कि त्रिवेणी सैनिक कोयला खनन व ट्रांसपोर्टिंग का काम इस महामारी के समय भी बेहतर कर रहा है. उत्पादन के लक्ष्य को हासिल कर देश में बिजली उत्पादन में पूरा सहयोग दे रहा है.
महिला कर्मियों में उत्साह व जोश
त्रिवेणी सैनिक कंपनी में बड़े-बड़े डंफर, पिलोडर व अन्य मशीन का संचालन महिलाएं कर रही हैं. इन महिलाओं ने बताया कि आम दिनों में हमलोग कंपनी के लिए नौकरी करते थे. लेकिन, अभी देश को बिजली की काफी जरूरत है. कई हॉस्पिटल व संस्थानों को बिजली मिलने से कई लोगों की जान बच जायेगी. इसके लिए हमलोग देशहित भावना से बढ़ चढ़ कर कार्यों को कर रहे हैं. कोरोना काल में हमलोग काफी सुरक्षित हैं. कंपनी की ओर से कोरोना गाइड का पालन होने से सभी कर्मी सुरक्षित हैं.
इधर, हाई फ्लो नेजल कैनुला HNFC आधुनिक चिकित्सा उपकरण का उपयोग गंभीर रूप से ग्रसित मरीजों को सुरक्षा एवं जीवन रक्षक प्रणाली के लिए किया जाता है. इसे नासिका छिद्र से निरंतर प्रारंभिक श्वसन सहायता दी जाती है. इस संबंध में डॉ अनवर एकराम ने बताया कि 15 लीटर का ऑक्सीजन सिलिंडर मरीज को प्रारंभिक दौर में दिया जाता है. इसके बाद हाई फ्लो ऑक्सीजन दिया जाता है. इसके लिए यह मशीन उपयोगी है. हाई फ्लो ऑक्सीजन देने से लंक्स बेहतर काम करने लगता है. इस मशीन का उपयोग ऑक्सीजन पाइप लाइन में इस्तेमाल किया जाता है.
Posted By : Samir Ranjan.