नौकरी देने के नाम पर 300 आदिवासी युवाओं से ठगी
गुमला जिले के चैनपुर प्रखंड के कुरूमगढ़ उरू गांव के तीन सौ से अधिक युवाओं को एक एनजीओ ने नौकरी देने के नाम पर ठगी की.
प्रतिनिधि, चैनपुर (गुमला).
गुमला जिले के चैनपुर प्रखंड के कुरूमगढ़ उरू गांव के तीन सौ से अधिक युवाओं को एक एनजीओ ने नौकरी देने के नाम पर ठगी की. झारखंड बचाओ ग्राम सभा समिति नामक एनजीओ के संचालक संजय तिर्की ने 600 करोड़ की लागत से उरु गांव में मॉल व पार्क निर्माण की बात कह गांव में कार्यालय खोला. इसके बाद उसने ग्रामीणों को उसमें परमानेंट नौकरी देने का झांसा दिया. उसने तीन सौ से अधिक युवाओं से 170 रुपये रजिस्ट्रेशन फीस व सात हजार रुपये यूनिफॉर्म के नाम पर वसूले. उसने इनमें से कुछ युवाओं को जैसा पद वैसा वेतन देने की बात कह दिसंबर से ही नौकरी पर रख लिया था. हालांकि अब तक किसी को सैलरी नहीं मिली है. भुक्तभोगी सपना लकड़ा, अंकित कुजूर, माइकेल तिग्गा, भूषण तिग्गा, आशिक टोप्पो, रजत तिर्की सहित कई ने बताया कि एनजीओ संचालक संजय तिर्की ने बताया कि इस योजना से लोगों को जोड़ना है. रजिस्ट्रेशन के बाद यूनिफॉर्म के नाम पर जो सात हजार रुपये लिये गये हैं, उससे तीन सेट जूता, 3-3 सेट कपड़ा व ट्रैक सूट दिये जायेंगे. रविवार को संचालक संजय तिर्की उरू गांव आया, तो लोगों ने उसे घेर लिया. इसके बाद उसने सभी को पैसा देने की बात स्वीकार कर मौका मिलते ही भाग गया. संजय तिर्की खूंटी के तोरपा प्रखंड अंतर्गत काटी बेलटोली गांव का रहनेवाला है.गरीब आदिवासियों को ठगा गया है :
बेंदोरा के मुखिया सुशील दीपक मिंज ने कहा कि क्षेत्र के गरीब आदिवासी, किसान वर्ग के लोगों को परमानेंट नौकरी देने के नाम पर ठगी की गयी है. प्रशासन उनको वेतन दिलाये. अगर उनको पैसा नहीं मिला, तो हम चैनपुर में आंदोलन करेंगे.एनजीओ के संचालक बोले वेतन जल्द दिया जायेगा :
एनजीओ के संचालक संजय तिर्की से फोन पर हुई बातचीत में उसने कहा कि जिन्हें नौकरी मिली है उन्हें वेतन दिया जायेगा. उसने कहा कि लोकसभा चुनाव लड़ने के कारण मैं उन्हें वेतन नहीं दे पाया. नौकरी कर रहे सभी लोगों का वेतन जल्द दिया जायेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है