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गुमला में सात की मौत: बड़े भाई ने कहा – झूठी खबर है, मेरा भाई पागल है

गुमला: घाघरा थाना के बरांग गांव में सात लोगों की हत्या की खबर झूठी निकली. सुबह छह बजे से देर शाम तक पुलिस जंगलों की खाक छानती रही. स्वयं एसपी भीमसेन टूटी ने भी खुफिया तंत्र की सूचना पर गांव पहुंच कर शवों की तलाश की, लेकिन शव नहीं मिले. शवों को खोजने में पांच […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 5, 2015 6:25 AM
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गुमला: घाघरा थाना के बरांग गांव में सात लोगों की हत्या की खबर झूठी निकली. सुबह छह बजे से देर शाम तक पुलिस जंगलों की खाक छानती रही. स्वयं एसपी भीमसेन टूटी ने भी खुफिया तंत्र की सूचना पर गांव पहुंच कर शवों की तलाश की, लेकिन शव नहीं मिले.
शवों को खोजने में पांच गांव के सैंकड़ों लोग लगे हुए थे. बरांगपाट, चातमदाग, गोरियाडीह व आसपास के जंगलों में शवों को खोजा गया. हर एक नदी, पहाड़ व गड्ढे में शवों की तलाश की गयी. काफी खोजबीन के बाद पता चला कि चातमदाग गांव के गोपी महतो (50 वर्ष) ने हत्या की झूठी खबर फैला दी थी. एसपी ने जब उससे पूछा कि कहां और किसने हत्या की, तो गोपी पुलिस को घटनास्थल ले गया. जहां कुछ नहीं मिला. एसपी व अन्य लोगों के बार-बार पूछे जाने के बाद भी गोपी एक ही बात बोल रहा था 50 -60 की संख्या में वरदी पहने नक्सली आये थे. सात लोगों की हत्या कर दी. उसका भात भी छिन कर खा गये. इधर गोपी के भाई रघुनंदन महतो ने कहा कि हत्या की झूठी खबर है. कोई हत्या नहीं हुई है. उसका भाई पागल है. दिमागी स्थिति ठीक नहीं रहने के कारण उसने झूठी खबर फैला दी है. दोनों भाइयों की बात सुनने के बाद भी पुलिस पूरी तरह आश्वस्त होने के लिए सर्च ऑपरेशन चलाते रही. जब शाम तक शव का पता नहीं चला, तब पुलिस वापस लौट गयी.
इस प्रकार फैली अफवाह
मंगलवार को गोपी महतो अपने खेत में काम कर रहा था. जब वह घर जाने लगा, तो रास्ते में उसकी मुलाकात छेदी साव से हो गयी. गोपी ने छेदी को सात लोगों की हत्या की सूचना दी. छेदी बगल गांव सेहल में लगे बाजार में नक्सलियों के आने व सात लोगों की हत्या की जानकारी दी. इसके बाद बात फैलते फैलते पूरे गांव, फिर घाघरा बाद में गुमला में फैल गयी. गोपी की दिमागी हालत ठीक नहीं रहने के कारण पुलिस उसके ऊपर कोई कार्रवाई नहीं कर रही है.
पुलिस के खुफियातंत्र ने गलत सूचना दी
मंगलवार रात जब हत्या की खबर मिली तो पुलिस विभाग के वरीय अधिकारियों ने खुफिया तंत्र से इसकी जानकारी ली. खुफिया तंत्र भी बिना घटनास्थल पर गये, पुलिस अधिकारियों को सात लोगों की हत्या की सूचना दे दी. इससे मंगलवार रात से ही पुलिस परेशान रही. बुधवार की सुबह छह बजते ही एसपी, डीएसपी, इंस्पेक्टर व चार थाना रायडीह, गुमला, सिसई व घाघरा की पुलिस बरांग पहुंच गयी. परंतु वहां जाने व जंगलों की खाक छानने के बाद पुलिस को पता चला कि हत्या की खबर गलत है.

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