पुलिस व एनआरएचएम प्रदर्शनकारियों के बीच हुई धक्का-मुक्की
रांची : झारखंड राज्य एनआरएचएम अनुबंध कर्मचारी संघ की ओर से गुरुवार को बिरसा चौक पर आत्मदाह का प्रयास किया गया. प्रशासन ने प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार कर लिया. इसको लेकर सुबह से ही काफी संख्या में पुलिस के जवान, मजिस्ट्रेट, हटिया डीएसपी, अग्निशमन दस्ता, एंबुलेंस की तैनाती की गयी थी. बिरसा चौक पहुंचते ही सुबह […]
रांची : झारखंड राज्य एनआरएचएम अनुबंध कर्मचारी संघ की ओर से गुरुवार को बिरसा चौक पर आत्मदाह का प्रयास किया गया. प्रशासन ने प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार कर लिया. इसको लेकर सुबह से ही काफी संख्या में पुलिस के जवान, मजिस्ट्रेट, हटिया डीएसपी, अग्निशमन दस्ता, एंबुलेंस की तैनाती की गयी थी. बिरसा चौक पहुंचते ही सुबह 10.45 बजे अनुबंधकर्मियों को गिरफ्तार किया गया.
कर्मी इस दौरान सरकार विरोधी नारेबाजी कर रहे थे. दोपहर 2.30 बजे 15 से 20 की संख्या में अनुबंधकर्मी बिरसा चौक पहुंचे. चार से पांच की संख्या में अनुबंध कर्मी अपने शरीर पर पेट्रोल, केरोसिन डालने लगे. इसे देखते ही पुलिसकर्मियों ने सभी लोगों को गिरफ्तार कर लिया. इस दौरान पुलिस और अनुबंधकर्मियों के बीच पेट्रोल का गैलन छीनने को लेकर धक्का-मुक्की भी हुई.
इस दौरान बिरसा चौक में भगदड़ की स्थित हो गयी थी. वहीं शाम 4.30 बजे संघ के अध्यक्ष राहुल प्रताप सिंह की गिरफ्तारी के विरोध में कर्मियों ने हटिया रोड से बिरसा चौक तक पैदल मार्च किया, जिन्हें गिरफ्तार कर लिया गया. मालूम हो कि राज्य के विभिन्न जिलों से आये अनुबंध कर्मी अपनी मांगों को लेकर 19 दिनों से भूख हड़ताल पर बैठे हैं.
अस्पताल से भाग निकले थे अनुबंध कर्मी
संघ द्वारा आंदोलन की घोषणा को देखते हुए सदर अस्पताल से बुधवार को चार अनुबंध कर्मी भाग गये. इसमें पवन कुमार, जावेद अंसारी, रवि भारद्वाज और मो फकरुद्दीन शामिल थे. चारों दोपहर 2.30 बजे बिरसा चौक पहुंचे और शरीर पर पेट्रोल और केरोसिन डालने लगे, जिस पर पुलिस ने चारों को गिरफ्तार कर लिया.
पुलिस ने हटाया बिरसा चौक से टेंट
झारखंड राज्य एनआरएचएम अनुबंध कर्मचारी संघ बिरसा चौक पर में 19 दिनों से आमरण अनशन किया जा रहा था. गुरुवार को आत्मदाह के प्रयास के बाद पुलिस द्वारा टेंट को हटा दिया गया. टेंट में मौजूद सामान को जब्त कर लिया गया है. वहीं बांस-बल्ली हटाने के क्रम में हटिया डीएसपी निशा मुमरू के शरीर पर एक बांस गिर गया, जिससे वह घायल हो गयी. वहीं पुलिस ने चार बाइक को जब्त किया है. अनुबंध कर्मी पवन कुमार ने कहा कि प्रशासन द्वारा जबरन अनुबंधकर्मी को हटाना लोकतंत्र पर हमला है.
अनुबंध कर्मी शांतिपूर्वक आमरण अनशन कर रहे थे. प्रशासन द्वारा आंदोलन को कुचलने का प्रयास किया गया है. टेंट हटाना और सामान जब्त करने से आंदोलन बंद नहीं होगा. जब तक सरकार कर्मियों को नियमित नहीं करती है, आंदोलन जारी रहेगा.
पांच आंदोलनकर्मी की हालत गंभीर
आमरण अनशन पर बैठे पांच अुबंधकर्मियों की स्थिति गंभीर है. सभी का इलाज सदर अस्पताल में चल रहा है. इसमें सौरभ, सुशील कुमार शुक्ला, सुनील कुमार, अवधेश कुमार, विमल व आनंद झा शामिल है.
इन्हें किया गया है गिरफ्तार
पवन कुमार, विनय कुमार, मो अरशद कमाल, संतोष कुमार, महादेव महतो, रंजीत कुमार रजक, नरेंद्र महतो, अखिलेश कुमार, श्रीकांत कुमार, बचिन कुमार, जावेद अंसारी, रवि कुमार झा, मो फकरुद्दीन, अशोक कुमार, जय प्रकाश को गिरफ्तार किया गया.