जुटा विपक्ष, नहीं आये झाविमो और कांग्रेस के आठ विधायक
राजनीति : भाजपा सरकार को घेरने के लिए बन रही रणनीति बसपा छोड़ अन्य निर्दलीय विधायक नहीं पहुंच पाये बैठक में रांची : रघुवर दास की सरकार को घेरने के लिए विपक्ष ने रणनीति बनायी है. मंत्रिमंडल विस्तार में हो रही देरी, भूमि अधिग्रहण अध्यादेश और नौकरियों में स्थानीयता को विपक्ष मुद्दा बनायेगा. इन मुद्दों […]
राजनीति : भाजपा सरकार को घेरने के लिए बन रही रणनीति
बसपा छोड़ अन्य निर्दलीय विधायक नहीं पहुंच पाये बैठक में
रांची : रघुवर दास की सरकार को घेरने के लिए विपक्ष ने रणनीति बनायी है. मंत्रिमंडल विस्तार में हो रही देरी, भूमि अधिग्रहण अध्यादेश और नौकरियों में स्थानीयता को विपक्ष मुद्दा बनायेगा. इन मुद्दों को लेकर विपक्षी विधायक और पार्टी नेता नौ फरवरी को राज्यपाल के पास पहुंचेंगे.
16 फरवरी को राजभवन के समक्ष विपक्ष का महाधरना होगा. इधर पूर्व मुख्यमंत्री और झामुमो नेता हेमंत सोरेन की पहल पर बुलायी गयी. बैठक में विपक्षी विधायक और नेता शामिल हुए. झाविमो-कांग्रेस के आठ विधायक बैठक में नहीं पहुंचे. कांग्रेस के छह में से तीन विधायक और झाविमो के आठ में से तीन विधायकों ने बैठक में शिरकत की. बैठक में कोई भी निर्दलीय विधायक नहीं पहुंचे थे. वहीं बसपा के विधायक शिवपूजन कुशवाहा और मासस के अरूप चटर्जी मौजूद थे.
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सुखदेव भगत और झापा के अशोक भगत ने अपनी-अपनी पार्टी का प्रतिनिधित्व किया. बैठक में झामुमो के एक दर्जन से अधिक विधायक शामिल हुए.
नौ को फिर जुटेगा विपक्ष
विपक्षी दलों की बैठक नौ फरवरी को दुबारा बुलायी गयी है. राजभवन में ज्ञापन सौंपने के बाद विपक्षी विधायकों और नेताओं की बैठक होगी. इस बैठक में आगे की रणनीति बनेगी. विपक्षी दलों के बीच समन्वय बनाने और भावी रणनीति तैयार की जायेगी. झाविमो विधायक दल के नेता प्रदीप यादव ने बताया कि विपक्ष के बीच संवाद लगातार जारी रहेगा.
काली सोच के साथ आगे बढ़ रही है सरकार : हेमंत सोरेन
रांची. बैठक के बाद पत्रकारों से बात करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि एक माह से अधिक समय बीत जाने के बाद भी सरकार का पूर्ण गठन नहीं हो पाया है. साजिश के तहत विभिन्न दलों के विधायकों को लेकर अफवाह उड़ायी जा रही है. लोगों को दिग्भ्रमित करने का काम किया जा रहा है. सरकार काली सोच के तहत आगे बढ़ रही है.
राज्य को बरबाद करने में तुले हैं. इस पर विपक्ष राज्यपाल का ध्यान आकृष्ट करायेगा. सरकार का पूर्ण गठन नहीं होने, भूमि अधिग्रहण अध्यादेश के खिलाफ विपक्ष एक जुट होकर नौ फरवरी को राज्यपाल को ज्ञापन सौंपेगा. इसके बाद 16 फरवरी को राजभवन के समक्ष धरना दिया जायेगा. श्री सोरेन ने कहा कि मजबूत विपक्ष हो. इसको लेकर विधानसभा के विशेष सत्र के बाद बात हुई. ऐसी रणनीति के तहत आगे बढ़ना समय की मांग है.
यह पूछे जाने पर कि क्या आजसू को भी विपक्ष में शामिल कराया जायेगा? इस पर श्री सोरेन ने कहा कि नौकरी, स्थानीयता और भूमि अधिग्रहण को लेकर विपक्ष ने अपना एजेंडा तैयार किया है. अगर आजसू इससे सहमत है, तो विपक्ष के साथ आ सकता है. इसमें किसी प्रकार का कोई बैरियर नहीं है.
विपक्ष का को-ऑर्डिनेशन जारी रहेगा : प्रदीप यादव
झाविमो विधायक दल के नेता प्रदीप यादव ने कहा कि विपक्ष एकजुट होकर सरकार की जनविरोधी नीतियों का विरोध करेगा. विपक्ष का को-ऑर्डिनेशन जारी रहेगा. एक साजिश के साथ भूमि अधिग्रहण अध्यादेश को लाया गया है.
नौकरियों में स्थानीय लोगों का हक मारा जा रहा है. मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर भ्रम की स्थिति बनायी जा रही है. विपक्ष इन मुद्दों को लेकर राज्यपाल के पास जायेगा. पार्टी के नेताओं के साथ आगे भी बातचीत जारी रहेगी. श्री यादव ने कहा कि विपक्ष पूरी मजबूती के साथ अपनी भूमिका निभायेगा. जनता ने हमें जो जवाबदेही दी है, उसे पूरा किया जायेगा.