रांची : रिम्स में पांच वर्ष में भी शुरू नहीं हो सका 310 बेड का आश्रय गृह
नवंबर 2023 में भी अधीक्षक हीरेंद्र बिरुआ ने पावर ग्रिड के अधिकारी को पत्र लिखा था. आश्रय गृह का निर्माण डेंटल कॉलेज के पास किया गया है. वर्ष 2019 में इसका निर्माण कार्य शुरू हुआ था.
रांची : रिम्स में पावर ग्रिड के सहयोग से 310 बेड का आश्रय गृह बन कर तैयार है. लेकिन, अब तक यह शुरू नहीं हुआ है. इस कारण मरीजों के परिजनों को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है. इसे अभी तक रिम्स को हैंडओवर भी नहीं किया गया है. बताया जाता है कि उदघाटनकर्ता तय नहीं हो पाने के कारण यह लटका हुआ है. वर्ष 2019 में इसका निर्माण कार्य शुरू हुआ था. रिम्स कई बार पावर ग्रिड को पत्र लिख कर इस भवन को हैंडओवर करने का आग्रह कर चुका है. ताकि, मरीजों के परिजनों को इसका लाभ मिल सके. लेकिन, पावर ग्रिड की ओर से कोई जवाब नहीं दिया गया.
रिम्स प्रबंधन ने पावर ग्रिड को कई बार पत्र लिखा, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला
नवंबर 2023 में भी अधीक्षक हीरेंद्र बिरुआ ने पावर ग्रिड के अधिकारी को पत्र लिखा था. आश्रय गृह का निर्माण डेंटल कॉलेज के पास किया गया है. वर्ष 2019 में इसका निर्माण कार्य शुरू हुआ था. इसे 14 माह में बना कर हैंडओवर कर देना था. लेकिन, कोरोना के कारण से दो साल तक इसका कार्य प्रभावित रहा. जून 2023 में भवन बन कर तैयार हो गया था. पांच मंजिले इस आश्रय गृह के एक कमरा में छह से आठ बेड आसानी से लगाये जा सकते हैं. वहीं, मरीज के परिजनों को सस्ती दर पर भोजन उपलब्ध कराने के लिए किचन भी बनाया गया है.
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