झाविमो के चार विधायक निलंबित

– झाविमो प्रमुख बाबूलाल मरांडी ने स्पीकर को पत्र लिखा – आज राज्यपाल से मिलेंगे त्न कल काला दिवस – पार्टी के छह विधायक भाजपा के संपर्क में – जवाब तलब कर 12 घंटे का समय देकर पार्टी से किये जा सकते हैं निष्कासित रांची : रघुवर दास की सरकार के कैबिनेट विस्तार से पहले […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 10, 2015 6:28 AM
– झाविमो प्रमुख बाबूलाल मरांडी ने स्पीकर को पत्र लिखा
– आज राज्यपाल से मिलेंगे त्न कल काला दिवस
– पार्टी के छह विधायक भाजपा के संपर्क में
– जवाब तलब कर 12 घंटे का समय देकर पार्टी से किये जा सकते हैं निष्कासित
रांची : रघुवर दास की सरकार के कैबिनेट विस्तार से पहले झाविमो को बड़ा झटका लगा है. छह विधायकों के भाजपा से संपर्क में होने की सूचना के बाद झाविमो ने अपने चार विधायकों को पार्टी की सदस्यता से निलंबित कर दिया है.
जिन्हें निलंबित किया गया है, उनमें नवीन जायसवाल, अमर कुमार बाउरी, गणोश गंझू व आलोक चौरसिया शामिल हैं. इन पर पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप है. पार्टी अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने पत्र लिख करइसकी सूचना विधानसभा के अध्यक्ष और सचिव को दे दी है. मंगलवार को झाविमो नेता राज्यपाल डॉ सैयद अहमद से मिलेंगे.
राज्यपाल से विधायकों के खरीद-फरोख्त का मामला उठायेंगे. पूरे मामले की न्यायिक जांच की मांग करेंगे. पार्टी ने 11 फरवरी को राज्य भर में काला दिवस मनाने का फैसला लिया है.
बैठक में पहुंचे सिर्फ दो विधायक
सोमवार को बुलायी गयी बैठक में पार्टी के सिर्फ दो विधायक प्रदीप यादव और प्रकाश राम पहुंचे. छह विधायक नहीं आये.
दिल्ली में निलंबित विधायक, भूपेंद्र यादव से मिलने की सूचना
झाविमो के निलंबित सभी चारों विधायकों के दिल्ली में होने की सूचना है. जानकारी के अनुसार, इन्होंने भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री भूपेंद्र यादव से मुलाकात की है. इनके दिल्ली में होने की सूचना के बाद झाविमो नेताओं ने इनसे संपर्क करने की लगातार कोशिश की, पर कामयाब नहीं हो पाये. इधर विधायक रणधीर सिंह अपने क्षेत्र सारठ में थे. जानकी यादव से कोई संपर्क नहीं हो सका. सूचना के मुताबिक रणधीर सिंह और जानकी यादव भी दिल्ली के नेताओं के संपर्क में हैं.
क्या कहते हैं स्पीकर
विधानसभा अध्यक्ष दिनेश उरांव ने बताया : मुङो झाविमो की ओर से भेजा गया पत्र अधिकृत रूप से नहीं मिला है. सूचना है कि कोई पत्र कार्यालय में आया है. यह पूछे जाने पर कि क्या विधायकों ने कोई पत्र भेजा है, उन्होंने बताया : विधायकों का कोई पत्र नहीं आया है.
क्या कहते हैं झाविमो अध्यक्ष
मुद्रा की राजनीति कर रही भाजपा : बाबूलाल
झाविमो अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा : भाजपा नैतिकता को ताक में रख कर विधायकों को तोड़ने में लगी है. मूल्य की राजनीति छोड़ कर भाजपा मुद्रा की राजनीति कर रही है. भाजपा को लग रहा है कि वह दुनिया में सब कुछ खरीद सकती है. गुंडागर्दी कर रही है.
नैतिकता की दुहाई देनेवाली भाजपा चुनाव पूर्व भी यह कर चुकी है. भाजपा को सरकार चलाने का जनादेश मिला था, लेकिन वह जनता का काम करने की जगह तोड़-फोड़ में लगी है. जनादेश की अवहेलना कर रही है. लोकतंत्र को भी खरीद रही है. उन्होंने कहा : हम राज्यपाल से मिल कर विधायकों की खरीद-फरोख्त की जांच सेवानिवृत्त जज से कराने की मांग करेंगे. राज्यपाल के माध्यम से राष्ट्रपति को भी पत्र भेजा जायेगा. ऐसा कानून बनाने की मांग की जायेगी कि किसी दल के सांसद-विधायक दूसरी पार्टी में शामिल न हो सकें.
बाबूलाल ने कहा : झाविमो लोकतंत्र को समाप्त नहीं होने देगा. हम पूरे प्रदेश में भाजपा के खिलाफ आंदोलन करेंगे. इधर, झाविमो विधायक दल के नेता प्रदीप यादव ने कहा है कि विधायक अकेले दूसरे दल में शामिल नहीं हो सकते हैं. संविधान के 91 वें संशोधन के अनुसार विधायकों के शामिल होने से नहीं होगा, बल्कि दल का विलय भी जरूरी है. पार्टी के दो-तिहाई पदाधिकारियों का विलय जरूरी है.
क्या है झाविमो की रणनीति
– छह में चार विधायकों को निलंबित कर अलग-अलग खेमा बना दिया
– अब पार्टी में चार विधायक बचे. दूसरे दल में जाने के लिए इन्हें दो तिहाई संख्या चाहिए
– रणधीर सिंह और जानकी यादव अगर दूसरे दल में शामिल होते हैं, तो उन्हें एक और विधायक चाहिए
– पार्टी से निलंबित विधायकों को अलग गुट की मान्यता या फिर पार्टी के अनुरोध पर बरखास्त करने का अधिकार स्पीकर को है.

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