हजारीबाग उपायुक्त पर अधिकारी को पीटने का आरोप, डीसी आवास से घायल होकर निकले थे एनटीपीसी के डीजीएम

रांची: एनटीपीसी के हजारीबाग स्थित प्रोजेक्ट के डीजीएम राकेश नंद सहाय मंगलवार को हजारीबाग के उपायुक्त सुनील कुमार के आवास से घायल होकर निकले थे. उनके पैर से खून निकल रहा था. उनका प्राथमिक इलाज हजारीबाग के सदर अस्पताल में कराया गया. बाद में उन्हें रांची के मेडिका अस्पताल में भरती कराया गया. इस मामले […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 12, 2015 6:40 AM
रांची: एनटीपीसी के हजारीबाग स्थित प्रोजेक्ट के डीजीएम राकेश नंद सहाय मंगलवार को हजारीबाग के उपायुक्त सुनील कुमार के आवास से घायल होकर निकले थे. उनके पैर से खून निकल रहा था. उनका प्राथमिक इलाज हजारीबाग के सदर अस्पताल में कराया गया. बाद में उन्हें रांची के मेडिका अस्पताल में भरती कराया गया.
इस मामले में जो जानकारी मिली है, उसके मुताबिक तीन दिनों से श्री सहाय को जिला प्रशासन के अधिकारी उपायुक्त के यहां नाश्ते पर बुला रहे थे. पहली बार शनिवार को जिला प्रशासन के एक अधिकारी ने कहा कि रविवार को उपायुक्त आपके साथ नाश्ता करना चाहते हैं. श्री सहाय उस दिन रांची में थे. कहा कि रविवार को नाश्ते पर आना संभव नहीं है. वह इस मामले में अपने अधिकारियों से बात करेंगे. श्री सहाय ने एनटीपीसी के कार्यकारी निदेशक को उपायुक्त के निमंत्रण की जानकारी दी. फिर उपायुक्त के साथ सोमवार को सुबह के नाश्ते पर मिलने का समय तय हुआ. सोमवार को एनडीसी ने फोन (नंबर 9431141310) किया कि साहब को मीटिंग में रांची जाना है, इस कारण आज की मीटिंग रद्द की जाती है.

इसी दिन आयुक्त के यहां एनटीपीसी के मुद्दे पर ही एसपी, डीसी और एनटीपीसी के अधिकारियों से साथ वार्ता थी. श्री सहाय ने एनडीसी को कहा कि शाम में वह मीटिंग में ही डीसी साहब से मुलाकात कर लेंगे, लेकिन शाम को आयुक्त के यहां हुई मीटिंग में डीसी नहीं आये. इसके बाद बड़कागांव के सीओ प्यारेलाल ने फोन (9031276100) किया कि डीसी साहब मंगलवार को मिलना चाहते हैं. मंगलवार की सुबह डीसी से मिलने जाने की सूचना श्री सहाय ने उत्तरी छोटानागपुर प्रमंडल के आयुक्त व एनटीपीसी के कार्यकारी निदेशक को भी दी.

श्री सहाय को बताया गया कि एनटीपीसी और जिला प्रशासन से संबंधित मामलों को सलटाने के लिए जिला एक्शन कमेटी बनायी गयी है. इसमें जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ-साथ डीजीएम (आरएन सहाय) को भी रखा गया है. मंगलवार को श्री सहाय कागजात के साथ 10 बजे उपायुक्त के आवासीय कार्यालय गये. उनके साथ एनटीपीसी के मैनेजर श्रीकांत सिन्हा, कर्मचारी नीरज कुमार झा व ड्राइवर दीपक भी थे. सभी को स्वागत कक्ष में बैठाया गया. इसी बीच कुछ पुलिसकर्मी भी हाथ में रॉड लेकर कैंपस में टहलने लगे. 10.10 बजे उपायुक्त ने श्री सहाय को अपने कक्ष में बुलाया. उनके साथ श्रीकांत सिन्हा भी अंदर गये. उपायुक्त ने श्रीकांत सिन्हा को अंदर से निकल जाने को कहा. इसके बाद कुछ पुलिसकर्मी रूम के अंदर आ गये. रूम बंद कर उपायुक्त उनसे कहने लगे कि तुम्हारे यहां पदस्थापित होने के बाद से मेरी बहुत शिकायत हो रही है.
बकौल श्री सहाय, उपायुक्त मेरे साथ गाली-गलौज करने लगे. ऐसा नहीं करने का आग्रह करने पर वह मुङो मुर्गा बनने को कहने लगे. पुलिसकर्मियों को जबरदस्ती करने कहा. ऐसा नहीं करने पर उपायुक्त ने खुद रॉड से मेरे पैर के नीचे मारा. इससे पैर से खून निकलने लगा. इसके बाद श्रीकांत सिन्हा अंदर आ गये. उनके सहयोग से कमरे से बाहर निकला. बाद में हजारीबाग और रांची में इलाज कराया.
कोई मारपीट नहीं हुई
एनटीपीसी के डीजीएम राकेश नंदन के साथ कोई मारपीट नहीं हुई है. मंगलवार की सुबह वह मेरे आवास पर आये थे. राकेश नंदन अभद्रता कर रहे थे. अभद्रता को देखते हुए सुरक्षाकर्मियों को चेंबर में बुला कर उन्हें बाहर करवा था. इसी को मारपीट की बात कही जा रही है. वह पहले भी अधिकारियों से अभद्रता से बात करते रहे हैं. उनको बताया गया था कि जिला प्रशासन एनटीपीसी के काम में पूरा सहयोग कर
रहा है. सुनील कुमार, उपायुक्त हजारीबाग

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