विपक्ष में बिखराव : झामुमो-झाविमो के साथ नहीं आना चाहती है कांग्रेस
आंदोलन से एक दिन पहले कांग्रेस ने किया किनारा स्थानीयता के मुद्दे पर कांग्रेस खींच रही है हाथ हेमंत सोरेन के आवास पर हुई बैठक में सरकार को घेरने की बनी थी रणनीति रांची : रघुवर दास सरकार के खिलाफ विपक्षी एकता के लिए खूब हवा भरी गयी. विपक्षी एकता का गुब्बारा फूट गया. झाविमो […]
आंदोलन से एक दिन पहले कांग्रेस ने किया किनारा
स्थानीयता के मुद्दे पर कांग्रेस खींच रही है हाथ
हेमंत सोरेन के आवास पर हुई बैठक में सरकार को घेरने की बनी थी रणनीति
रांची : रघुवर दास सरकार के खिलाफ विपक्षी एकता के लिए खूब हवा भरी गयी. विपक्षी एकता का गुब्बारा फूट गया. झाविमो की पहल पर झामुमो ने विपक्षी दलों को जुटाने का काम किया था. पिछले दिनों विपक्ष की बैठक भी हुई. हेमंत सोरेन के आवास पर कांग्रेस, झाविमो और बसपा के नेता जुटे.
बैठक में आंदोलन की रणनीति बनी. इस बैठक में तय हुआ था कि 16 फरवरी को पूरा विपक्ष धरना पर बैठेगा. विपक्ष ने भूमि अधिग्रहण अध्यादेश, स्थानीयता, कैबिनेट विस्तार में हो रही देरी और विधायकों के तोड़-फोड़ को मुद्दा बनाने का फैसला किया था. फिलहाल कांग्रेस स्थानीयता के पेंच में नहीं फंसना चाहती है. कांग्रेस के अध्यक्ष सुखदेव भगत का कहना है कि उनकी पार्टी भूमि अधिग्रहण अध्यादेश के खिलाफ है.
केंद्रीय स्तर से लेकर प्रदेश स्तर तक इसके खिलाफ मोरचाबंदी है. लेकिन हम इस अहम मुद्दे को दूसरे मामले के साथ नहीं जोड़ना चाहते हैं. विपक्ष के धरना में कई तरह के मामले को लाया जा रहा है. स्थानीयता के सवाल पर कांग्रेस के नेता फिलहाल कुछ भी बोलने से परहेज कर रहे हैं. कांग्रेस की नजर अपने वोट बैंक पर है.