आजसू को नये बर्थ की उम्मीद नहीं
रांची : रघुवर दास सरकार के कैबिनेट विस्तार को लेकर दिल्ली में मंथन चल रहा है. मुख्यमंत्री रघुवर दास रविवार दोपहर दिल्ली पहुंचे. देर शाम भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के बेटे की शादी की रिसेप्शन पार्टी में शामिल हुए. पार्टी में सरकार के सभी मंत्री, पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा सहित कई बड़े नेता आमंत्रित थे.
मुख्यमंत्री सोमवार को कैबिनेट विस्तार को लेकर अमित शाह सहित पार्टी के आला नेताओं के साथ चर्चा करेंगे. मंत्रियों के नाम पर चर्चा करेंगे. ऐसी संभावना जतायी जा रही है कि सोमवार को ही मंत्रियों के नाम तय कर लिये जायेंगे. इसके बाद मुख्यमंत्री सोमवार को ही रांची लौट आयेंगे.
सरकार के अंदरूनी सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, दो-तीन दिनों में कैबिनेट विस्तार होने की उम्मीद है. भाजपा नेताओं की मानें, तो 17 फरवरी को ही नये मंत्रियों को शपथ दिलायी जा सकती है. झाविमो छोड़ कर भाजपा आये छह विधायकों में से दो लोगों को कैबिनेट में जगह मिल सकती है. भाजपा से पांच विधायकों को कैबिनेट में जगह मिल सकती है. वहीं विस्तार में आजसू को नये बर्थ मिलने की उम्मीद नहीं है.
वैष्णो देवी से लौटे विधायक, आज पहुंचेंगे रांची
भाजपा में शामिल होनेवाले झाविमो के सभी छह विधायक वैष्णो देवी में पूजा-अर्चना कर दिल्ली लौट आये हैं. सभी रविवार दोपहर को दिल्ली पहुंचे. शाम को भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के बेटे की रिसेप्शन पार्टी में शामिल हुए. सभी सोमवार दोपहर को रांची पहुंचेंगे. नवीन जायसवाल ने बताया : सभी विधायक दिल्ली में हैं. भाजपा नेताओं से मिलने-जुलने का कार्यक्रम है. सोमवार दोपहर रांची आना है. उन्होंने कहा : राज्य हित में भाजपा में जाने का फैसला किया है. प्रदेश में मजबूत और स्थायी सरकार के लिए भाजपा में आये हैं. यह पूछने पर कि कैबिनेट में जगह मिलने की संभावना है या नहीं, उन्होंने कहा : यह कोई मुद्दा नहीं है. अभी इसके बारे में कुछ नहीं कहना है.
विपक्ष का महाधरना आज, कांग्रेस नहीं होगी शामिल
विधायकों के दल-बदल, कैबिनेट विस्तार में हो रही देरी, स्थानीयता नीति और भूमि अधिग्रहण अध्यादेश के खिलाफ विपक्ष सोमवार को धरना पर बैठेगा. पहली बार झामुमो और झाविमो एक मंच पर नजर आयेंगे. कांग्रेस ने खुद को इस महाधरना से अलग कर लिया है. प्रदेश अध्यक्ष सुखदेव भगत ने कहा : कांग्रेस फिलहाल इस धरने में शामिल नहीं होगी. भूमि अधिग्रहण कानून के खिलाफ कांग्रेस का नैतिक समर्थन होगा. हम पहले दिन से ही इस कानून का विरोध कर रहे हैं, लेकिन अभी कई तरह के इश्यू को मिला दिया गया है. मुख्य मुद्दा गौण हो रहा है. इधर, झामुमो ने इस महाधरना में सभी विपक्षी पार्टियों को जुटने का आह्वान किया है. राजद, जदयू, वामदलों को भी शामिल होने का आग्रह किया है.