और दो-तीन दिन रहेगा जाम

रांची: शहर का एक बड़ा इलाका बुधवार को दिन के एक बजे के बाद घंटों जाम रहा. शाम छह बजे जाम लगा रहा. मेन रोड, ओवरब्रिज से क्लब रोड होते हुए बहू बाजार तक, कांटाटोली से डंगराटोली चौक तक, कर्बला चौक से मिशन चौक तक और सकरुलर रोड की सड़क पर वाहन रेंगते रहे. सुजाता […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 8, 2013 6:51 AM

रांची: शहर का एक बड़ा इलाका बुधवार को दिन के एक बजे के बाद घंटों जाम रहा. शाम छह बजे जाम लगा रहा. मेन रोड, ओवरब्रिज से क्लब रोड होते हुए बहू बाजार तक, कांटाटोली से डंगराटोली चौक तक, कर्बला चौक से मिशन चौक तक और सकरुलर रोड की सड़क पर वाहन रेंगते रहे. सुजाता चौक से बहुबाजार तक आने में वाहन चालकों को घंटा भर का समय लगा. यही हाल अलबर्ट एक्का चौक से शहीद चौक तक का था. इस 100-150 मीटर की दूरी को तय करने में 40-45 मिनट का वक्त लगा. पैदल निकलना तक मुश्किल था. हर तरफ वाहनों की लंबी कतार लगी हुई थी. जाम हटाने में ट्रैफिक पुलिस पूरी तरह असहाय दिखी. बाद में ट्रैफिक एसपी राजीव रंजन सिंह ने कहा, अभी दो-तीन दिनों तक लोगों को जाम ङोलना पड़ेगा.

पैदल जाना पड़ा स्टेशन
बहू बाजार के आसपास रहनेवाले लोगों का कहना था कि बुधवार को दिन के एक बजे के बाद से ही रुक-रुक कर जाम लगता रहा. यहां दिन से ही ट्रैफिक पुलिस नदारद थे. इसका खामियाजा बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन जानेवालों को भुगतान पड़ा. कई लोगों की बसें छूट गयी, तो कई लोग वक्त पर ट्रेन पकड़ने से वंचित रह गये. कुछ लोग ऑटो से उतर पर सामान के साथ पैदल ही रेलवे स्टेशन और बस डिपो की ओर जाते देखे गये.

रूट डायवर्ट होने से जाम
मेन रोड में बाजार लगने के कारण ट्रैफिक पुलिस ने मेन रोड से होकर आने-जाने वाले वाहनों को दूसरी सड़कों पर डायवर्ट कर दिया. इसका असर यह हुआ कि कचहरी चौक से सकरुलर रोड, कांटाटोली बहुबाजार होते हुए ओवरब्रिज तक जाने वाली सड़कों पर वाहनों की संख्या बढ़ गयी. दिन के एक बजे के बाद शहर के स्कूलों में छुट्टी हुई और बच्चों को लेकर बसें निकली. इसके बाद विभिन्न चौक-चौराहों पर जाम लगना शुरू हो गया. बहुबाजार में जाम लगने की एक बड़ी वजह ट्रकें और पेट्रोल टैंकरों का इस रोड पर आना भी रहा.

वाहन चालक भी जाम के दोषी
सड़कों पर जाम लगने के लिए वाहन चालक भी दोषी हैं. आगे चल रही वाहनों के पीछे रुकने के बजाय कुछ चालक दायीं तरफ से आगे बढ़ने लगते हैं. इसमें बाईक सवार, कार सवार हीं नहीं पुलिस की बड़ी गाड़ियां भी शामिल है. दायीं तरफ से वाहनों की कतार लग जाने के कारण सामने से आ रहे वाहनों को बेवजह रुकना पड़ता है. वहीं कतार में खड़े वाहन आगे भी नहीं बढ़ पाते.

Next Article

Exit mobile version