डोभाल ने मंत्रियों को किया था सचेत
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने दिसंबर में मंत्रालयों को सचेत किया था. कहा था कि उनके कार्यालय से गोपनीय और संवेदनशील दस्तावेजों की चोरी हो सकती है. इस संबंध में विशिष्ट जानकारी दी गयी थी. उसी आधार पर दिल्ली पुलिस ने इस रैकेट का खुलासा किया है.छोटे कर्मचारी बने हैं फील्ड एजेंटमंत्रालयों में चपरासी स्तर के […]
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने दिसंबर में मंत्रालयों को सचेत किया था. कहा था कि उनके कार्यालय से गोपनीय और संवेदनशील दस्तावेजों की चोरी हो सकती है. इस संबंध में विशिष्ट जानकारी दी गयी थी. उसी आधार पर दिल्ली पुलिस ने इस रैकेट का खुलासा किया है.छोटे कर्मचारी बने हैं फील्ड एजेंटमंत्रालयों में चपरासी स्तर के कर्मचारी, जिनकी पहुंच मंत्रालय तक होती है, को ऐसा काम करनेवाले अपना शिकार बनाते हैं. इन्हें लालच देकर दस्तावेजों की चोरी करवाते हैं.भारत में कॉरपोरेट जासूसीकॉरपोरेट जासूसी मामला 1998 में पहली बार सार्वजनिक हुआ. तब रिलायंस इंडस्ट्रीज के लिए दिल्ली में लॉबिंग करनेवाले वी बालासुब्रमणियम को ऑफिशियल सीक्रेट एक्ट के तहत गिरफ्तार किया गया था.