दृष्टिबाधित लोगों के लिए राष्ट्रीय संग्रहालय में खुलेगी दीर्घा
नयी दिल्ली. एक अनोखी पहल के तहत, दिल्ली स्थित राष्ट्रीय संग्रहालय में दृष्टिबाधित आगंतुकों के लिए एक विशेष दीर्घा खोलने की तैयारी की जा रही है, जहां पर वे विभिन्न कलाकृतियों को छू कर उन्हें महसूस कर सकेंगे तथा ऑडियो गाइड उन्हें उन कृतियों के ऐतिहासिक महत्व के बारे में बतायेंगे. देश में सरकार द्वारा […]
नयी दिल्ली. एक अनोखी पहल के तहत, दिल्ली स्थित राष्ट्रीय संग्रहालय में दृष्टिबाधित आगंतुकों के लिए एक विशेष दीर्घा खोलने की तैयारी की जा रही है, जहां पर वे विभिन्न कलाकृतियों को छू कर उन्हें महसूस कर सकेंगे तथा ऑडियो गाइड उन्हें उन कृतियों के ऐतिहासिक महत्व के बारे में बतायेंगे. देश में सरकार द्वारा संचालित किसी भी संग्रहालय में अपने तरह की यह पहली दीर्घा होगी. इस दीर्घा को अगले पांच महीने के भीतर खोले जाने की उम्मीद है. संग्रहालय में ऐसा सुगम रास्ता भी तैयार किया जायेगा, जिससे दृष्टिबाधित लोग बिना किसी की सहायता से दीर्घा तक जा सकेंगे. नि:शक्त लोगों के लिए राष्ट्रीय संग्रहालय पहुंच परियोजना के तहत कार्यान्वित की जा रही इस महत्वाकांक्षी परियोजना में दृष्टिबाधित लोगों को आकर्षित करने के लिए प्रशासन ने स्वदेशी मॉडल विकसित किया है. राष्ट्रीय संग्रहालय के महानिदेशक वेणु वासुदेवन ने बताया, ‘यह एक स्वदेशी मॉडल है. उम्मीद है कि अगले चार या पांच महीने में इस दीर्घा को खोल दिया जायेगा.’ दृष्टिबाधित व्यक्तियों की जरूरतों का विश्लेषण करने के लिए ऐसे लोगों के साथ दो बार विचार-विमर्श किया गया.