अच्युतानंदन ने पार्टी बैठक का किया बहिष्कार
अलप्पुझा (केरल). माकपा संस्थापक-नेता वीएस अच्युतानंदन ने रविवार को पार्टी के चल रहे राज्य सम्मेलन का बहिष्कार कर दिया. इसका संकेत है कि जब तक उनके खिलाफ पार्टी के हालिया प्रस्ताव वापस लिये जाने सहित उनकी मांगे नहीं मान ली जाती, वे नहीं झुकेंगे. अच्युतानंदन (92) शनिवार को सम्मेलन से बाहर निकल कर तड़के अपने […]
अलप्पुझा (केरल). माकपा संस्थापक-नेता वीएस अच्युतानंदन ने रविवार को पार्टी के चल रहे राज्य सम्मेलन का बहिष्कार कर दिया. इसका संकेत है कि जब तक उनके खिलाफ पार्टी के हालिया प्रस्ताव वापस लिये जाने सहित उनकी मांगे नहीं मान ली जाती, वे नहीं झुकेंगे. अच्युतानंदन (92) शनिवार को सम्मेलन से बाहर निकल कर तड़के अपने घर लौट गये थे, तब इस तरह की अटकलें लगने लगी थी कि वह कुछ कठोर फैसला लेंगे. इससे यह संकेत गया कि अपनी मांग को लेकर नेतृत्व के जवाब से वह संतुष्ट नहीं है. राज्य में विपक्ष के भी नेता अच्युतानंदन ने अपने सरकारी कार्यालय में करीबी सहयोगियों के साथ बातचीत की, लेकिन अपने रुख पर कोई सार्वजनिक बयान नहीं दिया. माकपा के वरिष्ठ नेता ने अपने प्रतिद्वंद्वी पिनराई विजयन के तहत राज्य इकाई के व्यवहार और पार्टी संकट को लेकर राज्य नेतृत्व से जवाब पर गंभीर सवाल उठाये थे. हालांकि, शनिवार रात अच्युतानंदन के करीबी राज्य कमेटी के दो सदस्यों ने उनसे मुलाकात की थी. वस्तुत: नेतृत्व ने उन्हें सुलह के लिए भेजा था, लेकिन उन्होंने अपनी मांगों पर झुकने से इनकार कर दिया. उन्होंने मांग की थी कि पार्टी को वह प्रस्ताव वापस लेना चाहिए, जिसमें उन्हें ‘गुटबाजी’ करने वाला बताते हुए उनके कदमों को ‘पार्टी विरोधी मत’ बताया गया था.