चावल मिल मालिकों ने नहीं दिये 85 करोड़

रांची : राज्य भर के कई चावल मिलों के मालिकों के पास सरकार का 84.49 करोड़ रुपये बकाया है. मिलों पर कुल 158 करोड़ रुपये बकाया था. इसके विरुद्ध 16 फरवरी तक सिर्फ 73.4 करोड़ रुपये सरकार को लौटाये गये. यह पैसे भी कुछ मिलों पर प्राथमिकी व कोर्ट के आदेश का बाद वापस हुए […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 23, 2015 5:59 AM
रांची : राज्य भर के कई चावल मिलों के मालिकों के पास सरकार का 84.49 करोड़ रुपये बकाया है. मिलों पर कुल 158 करोड़ रुपये बकाया था. इसके विरुद्ध 16 फरवरी तक सिर्फ 73.4 करोड़ रुपये सरकार को लौटाये गये. यह पैसे भी कुछ मिलों पर प्राथमिकी व कोर्ट के आदेश का बाद वापस हुए हैं.
सबसे ज्यादा रकम हजारीबाग जिले में फंसी है. यहां का संकट मोचन राइस मिल सबसे बदनाम है, जिसने सरकार का करीब 13 करोड़ रुपये पचा लिया है. मिल मालिकों को किस्तों में भुगतान की छूट दी गयी है. पर इस मिल ने अब तक एक रुपये भी नहीं दिया है.
यहीं के आदित्य, गणपति व लक्की राइस मिल पर क्रमश: 11, आठ व सात करोड़ रुपये बकाया हैं. गौरतलब है कि सभी मिलों पर यह बकाया गत दो वर्षो से है.
दरअसल खरीफ 2012-13 में सरकार ने राज्य भर के किसानों से धान खरीद कर इन मिलों में कुटाई के लिए दिया था, पर मिल मालिकों ने समय पर सरकार को इसका चावल नहीं दिया. तय समय के बाद सरकार के चावल नहीं लेने पर मिलों में रखे चावल खुले बाजार में बेच दिये गये. अब सरकार को भुगतान नहीं किया जा रहा. बकायेदार मिल मालिकों की सूची लंबी है, पर यहां एक करोड़ या अधिक के बकायेदार चावल मिलों की सूची दी जा रही है.

Next Article

Exit mobile version