नेशनल ट्रेडर्स में लगी भीषण आग, करोड़ों के सामान जल कर राख

हादसा : नेशनल ट्रेडर्स में लगी भीषण आग, मची अफरा-तफरी रांची : कचहरी रोड स्थित नेशनल ट्रेडर्स में रविवार की सुबह 10.30 बजे शॉर्ट सर्किट से भीषण आग लग गयी. आग से करोड़ों के नुकसान का अनुमान लगाया जा रहा है. सूचना मिलने के आधे घंटे के बाद फायर ब्रिगेड के वाहन पहुंचे और आग […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 23, 2015 6:10 AM
हादसा : नेशनल ट्रेडर्स में लगी भीषण आग, मची अफरा-तफरी
रांची : कचहरी रोड स्थित नेशनल ट्रेडर्स में रविवार की सुबह 10.30 बजे शॉर्ट सर्किट से भीषण आग लग गयी. आग से करोड़ों के नुकसान का अनुमान लगाया जा रहा है. सूचना मिलने के आधे घंटे के बाद फायर ब्रिगेड के वाहन पहुंचे और आग पर काबू पाने का प्रयास किया. करीब 10-12 दमकल की गाड़ियां और दो फॉग फाइटर से शाम करीब चार बजे आग पर पूर्ण रूप से काबू पाया जा सका.
इस दौरान भीड़ को संभालने के लिए पुलिस को हल्का बल प्रयोग भी करना पड़ा. एनडीआरएफ की टीम भी पहुंची.
नेशनल ट्रेडर्स के संचालक ने करोड़ों के नुकसान का अनुमान लगाया है. सूचना मिलते ही कोतवाली डीएसपी दीपक अंबष्ट व इंस्पेक्टर सह थाना प्रभारी अरविंद सिन्हा भी पहुंचे. नेशनल ट्रेडर्स में फोम, गद्दा, रेक्सीन सहित अन्य फर्नीसिंग समेत अन्य सामान बिकते हैं.
शॉर्ट सर्किट से लगी आग
नेशनल ट्रेडर्स के संचालक विश्वनाथ साबु ने बताया कि वह रविवार की सुबह 10 बजे दुकान गये थे. दुकान में डिलेवरी के लिए दस गद्दे रखे हुए थे. इस दौरान शॉर्ट सर्किट होने से चिनगारी गद्दे पर जा गिरी और देखते ही देखते आग ने विकराल रूप धारण कर लिया. पेट्रो केमिकल से बने सामान के कारण आग फैलने में देर नहीं लगी. उन्होंने तुरंत पुलिस व फायर ब्रिगेड को फोन किया.
अपर बाजार धुएं से भरा
आग लगने के बाद पूरा अपर बाजार काले धुएं से भर गया. उस गली में रहने वाले हर घर के लोग निकल कर बाहर आ गये. श्रद्धानंद रोड के बलदेव भवन सहित अन्य दुकानदार भी सर्तक हो गये. नेशनल ट्रेडर्स के ऊपर विश्वनाथ साबु व पुरुषोत्तम साबु का परिवार भी रहता है. आग लगने के बाद परिवार के लोग सिलिंडर सहित अन्य जरूरी कागजात लेकर बाहर निकल आये. इधर आगलगी की सूचना मिलते ही बिजली विभाग ने लाइन काट दी थी.
26 अप्रैल 1998 को भी लगी थी भीषण आग
भुतहा तालाब के समीप रहने वाले डीके मंडल ने बताया कि 26 अप्रैल 1998 में नेशनल ट्रेडर्स में भीषण आग लगी थी. बचाने के क्रम में उनका हाथ गंभीर रूप से जख्मी हो गया था. भीम जायसवाल ने बताया कि उस समय भीषण आग से कई दुकानें प्रभावित हुई थीं. 24 घंटे तक आग पर काबू नहीं पाया जा सका था.
फॉग फाइटर वाहन में नहीं था इंधन
पेट्रोलियम पदार्थ में पूर्ण रूप से फॉग (केमिमल युक्त झाग) फाइटर वाहन से काबू पाया जाता है. लेकिन घटना के समय उसमें इंधन नहीं था. इसके बाद कोतवाली इंस्पेक्टर अरविंद सिन्हा ने 50 लीटर इंधन देने का वादा किया, तब जाकर धुर्वा व एयरपोर्ट से एक-एक फॉग फाइटर वाहन पहुंच कर आग पर काबू पाया.
मुख्यमंत्री ने डीसी को दिया आदेश
भाजपा नेताओं ने मुख्यमंत्री को घटना की सूचना दी. इसके बाद रांची के उपायुक्त को फॉग फाइटर वाहन उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया. तब एयरपोर्ट से फॉग फाइटर वाहन पहुंचा. घटना की सूचना मिलते ही सांसद रामटहल चौधरी, भाजपा नेता संजय सेठ, संजय जायसवाल,चेंबर अध्यक्ष रतन मोदी,महासचिव पवन शर्मा, उपाध्यक्ष विनय अग्रवाल, कुणाल आजमानी, कोषाध्यक्ष रंजीत गाड़ोदिया सहित कई पदाधिकारी पहुंचे. रतन मोदी ने कहा कि नेशनल ट्रेडर्स के संचालक को दुकान से गोदाम दूर रखने की बात कही जायेगी.
एनडीआरएफ की टीम भी पहुंची
सूचना मिलने के दिन के 12.15 बजे 15 सदस्यीय एनडीआरएफ (आपदा प्रबंधन) की टीम पहुंची. उसका नेतृत्व विंग कमांडर प्रशांत नेगी कर रहे थे. कोलकाता से एनडीआरएफ की टीम सरस मेला में आयी है. टीम घटनास्थल पर पहुंचते ही सेफ्टी जैकेट पहन कर दुकान के अंदर घुसी और ज्वलनशील पदार्थ को हटाया.

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