चतरा में लहलहा रही है पोस्ते की खेती
पुलिस को है जानकारी, फिर भी रांची : चतरा जिला के चार थाना क्षेत्रों में करीब 200 एकड़ जमीन पर पोस्ता की खेती लहलहा रही है. पुलिस को इसकी जानकारी है, लेकिन पोस्ता की खेती नष्ट करने की कार्रवाई अब तक नहीं हुई है. कार्रवाई के नाम पर अब तक सिर्फ पुलिस की खानापूर्ति ही […]
पुलिस को है जानकारी, फिर भी
रांची : चतरा जिला के चार थाना क्षेत्रों में करीब 200 एकड़ जमीन पर पोस्ता की खेती लहलहा रही है. पुलिस को इसकी जानकारी है, लेकिन पोस्ता की खेती नष्ट करने की कार्रवाई अब तक नहीं हुई है. कार्रवाई के नाम पर अब तक सिर्फ पुलिस की खानापूर्ति ही हुई है.
एक अनुमान के मुताबिक चतरा जिला में जिस जमीन पर खेती हो रही है, उनमें अधिकांश जमीन वन विभाग की है. चतरा जिला के पुलिस अधिकारियों के मुताबिक करीब 100 एकड़ जमीन पर लगे पोस्ता की खेती को नष्ट करने की कार्रवाई की गयी है.
प्रतिबंधित है पोस्ते की खेती
पोस्ता की खेती झारखंड में प्रतिबंधित है. पोस्ता के बीज से ही अफीम बनाया जाता है. बताया जाता है कि नक्सल प्रभावित इलाकों में जहां पुलिस की पहुंच नहीं है, वहां ग्रामीण पोस्ता की खेती करते हैं. जानकारी के मुताबिक सीआइडी ने पिछले दिनों चतरा, हजारीबाग, लातेहार, खूंटी, गुमला, सिमडेगा, गिरिडीह समेत कई जिलों के एसपी को पत्र लिख कर पोस्ता की फसल को नष्ट करने का निर्देश दिया है. कुछ जिलों की पुलिस ने कार्रवाई की, लेकिन कई जिलों की पुलिस अब भी कार्रवाई नहीं कर रही है.
खेती करनेवालों से नक्सली और उग्रवादी करते हैं लेवी की वसूली
पोस्ता की खेती करने वाले किसानों को क्षेत्र में सक्रिय नक्सलियों-उग्रवादियों की मदद मिलती है. इस कारण नक्सलियों-उग्रवादियों के द्वारा किसानों से लेवी की वसूली भी की जाती है.