गुमला : नक्सलियों की सूचना मिली थी पुलिस को, लड़ने पहुंच गया जेजेएमपी
रांची : गुमला जिला के गुड़दड़ी थाना क्षेत्र में 19-20 फरवरी की रात पुलिस के साथ नक्सलियों की कथित मुठभेड़ की घटना पर एक रिपोर्ट पुलिस मुख्यालय पहुंची है. रिपोर्ट के मुताबिक पुलिस व नक्सलियों के बीच मुठभेड़ नहीं हुई. मुठभेड़ भाकपा माओवादी और झारखंड जन मुक्ति परिषद (जेजेएमपी) के उग्रवादियों के बीच हुई. इस […]
रांची : गुमला जिला के गुड़दड़ी थाना क्षेत्र में 19-20 फरवरी की रात पुलिस के साथ नक्सलियों की कथित मुठभेड़ की घटना पर एक रिपोर्ट पुलिस मुख्यालय पहुंची है. रिपोर्ट के मुताबिक पुलिस व नक्सलियों के बीच मुठभेड़ नहीं हुई. मुठभेड़ भाकपा माओवादी और झारखंड जन मुक्ति परिषद (जेजेएमपी) के उग्रवादियों के बीच हुई.
इस मुठभेड़ में जेजेएमपी के एक उग्रवादी छोटू के मारे जाने की भी खबर है. इस घटना में सबसे चौंकाने वाला पहलू यह है कि गुड़दड़ी थाना क्षेत्र के चापीपाट व काटूटानी के रास्ते से नक्सली अरविंद के गुजरने की खुफिया सूचना गुमला पुलिस और सीआरपीएफ को मिली थी, लेकिन नक्सलियों से लड़ने के लिए जेजेएमपी के उग्रवादी पहुंच गये. पुलिस की जिस फोर्स के साथ मुठभेड़ की बात कही जा रही है, वह फोर्स मुठभेड़ के वक्त नेतरहाट में थी.
फोर्स के साथ गुमला पुलिस का सिर्फ तीन आदमी था. एक एएसपी अभियान पवन कुमार सिंह और उनका दो अंगरक्षक. सीनियर अफसरों के मुताबिक यदि नक्सलियों से लड़ने के लिए पुलिस या सीआरपीएफ के जवान गये होते और सही तरीके से अभियान चलाया जाता, तो नक्सलियों को बड़ा नुकसान होता, लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हुआ. मुठभेड़ के बाद पुलिस को सिर्फ एक दर्जन घोड़ा और नक्सलियों द्वारा इस्तेमाल में लाये गये दूसरे सामान हीं मिले.