बच्ची की जान बचाने खड़ा हुआ शहर

रांची: विशुनपुर गुमला की अमृता उर्फ रीता (10) की जान बचाने सोमवार को बड़ी संख्या में लोग आये. प्रभात खबर द्वारा सोमवार के अंक में सड़ रहा है पैर, खून नहीं मिला तो. शीर्षक से खबर छपने के बाद रिम्स के हड्डी विभाग में बच्ची का हाल-चाल जानने दिनभर लोग आते रहे. सामाजिक एवं राजनीतिक […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 13, 2013 6:39 AM

रांची: विशुनपुर गुमला की अमृता उर्फ रीता (10) की जान बचाने सोमवार को बड़ी संख्या में लोग आये. प्रभात खबर द्वारा सोमवार के अंक में सड़ रहा है पैर, खून नहीं मिला तो. शीर्षक से खबर छपने के बाद रिम्स के हड्डी विभाग में बच्ची का हाल-चाल जानने दिनभर लोग आते रहे. सामाजिक एवं राजनीतिक दल के सदस्यों ने भी अमृता को आर्थिक मदद एवं खून दान देने की पेशकश की और डॉ एलबी मांझी से बच्ची की जान बचाने का आग्रह किया. गौरतलब है कि सड़क दुर्घटना में घायल अमृता का एक पैर पूरी तरह सड़ चुका है. उसे ए पोजिटिव ब्लड की जरूरत है. समय पर ऑपरेशन नहीं होने पर उसकी जान को खतरा है.

आजमगढ़ से भी मदद का आश्वासन
अमृता की स्थिति देख दूसरे राज्य से भी मदद मिलने लगी है. उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ में काम करनेवाले राज्य के एक बैंक कर्मी ने प्रभात खबर की वेबसाइट पर खबर पढ़ी. उसके बाद उसने प्रभात खबर के संवाददाता को फोन किया. उसने आर्थिक मदद की पेशकश की.

बच्ची का ऑपरेशन बुधवार को होगा. बेहोशी के चिकित्सक से बच्ची की स्थिति देखने का आग्रह किया गया है. अगर वह ऑपरेशन की सहमति दे देंगे, तो ऑपरेशन बुधवार को कर दिया जायेगा.

डॉ एलबी मांझी, चिकित्सक हड्ढी विभाग

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