दिल्ली में मेजर के घर से मिला सिमडेगा का बालक
रांची: झारखंड पुलिस ने दिल्ली स्थित सेना मुख्यालय के एक घर से सिमडेगा में रहनेवाले एक बालक (12 वर्ष) को मुक्त कराया है. उसे सेना मुख्यालय स्थित ब्लॉक-17 स्थित एक आवास में एक मेजर ने घरेलू काम के लिए रखा था. मेजर के पति की ओर से बच्चे को प्रताड़ित किया जाता था. इसकी जानकारी […]
रांची: झारखंड पुलिस ने दिल्ली स्थित सेना मुख्यालय के एक घर से सिमडेगा में रहनेवाले एक बालक (12 वर्ष) को मुक्त कराया है. उसे सेना मुख्यालय स्थित ब्लॉक-17 स्थित एक आवास में एक मेजर ने घरेलू काम के लिए रखा था. मेजर के पति की ओर से बच्चे को प्रताड़ित किया जाता था.
इसकी जानकारी किसी तरह महिला आयोग के पूर्व सदस्य व नेशनल अलायंस ऑफ वीमेंस ऑर्गेनाइजेशन के झारखंड हेड वासवी को मिली. वासवी ने इसकी जानकारी सीआइडी के आइजी ऑर्गेनाइज्ड संपत मीणा को दी. संपत मीणा ने सूचना मिलने पर एक टीम का गठन कर दो मार्च को दिल्ली भेजा था. पुलिस की टीम ने दिल्ली पुलिस और सेना की मदद से छापेमारी कर बच्चे को मुक्त करा लिया.
15 बच्चे हैं दिल्ली-चेन्नई में
वासवी ने बताया कि उन्होंने आइजी ऑर्गेनाइज्ड क्राइम को 16 बच्चों की सूची सौंपी है. 15 बच्चे अब भी वहां फंसे हुए हैं. पाकुड़ के पांच बच्चे दिल्ली में फंसे हुए हैं, जबकि कोडरमा के सात बच्चे चेन्नई में. वहीं सरायकेला के तीन बच्चे घरेलू हिंसा के शिकार हो रहे हैं.