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खराब पड़ी हैं फिल्टरेशन प्लांट की मशीनें….ओके

फोटो 2फिल्टरेशन प्लांट, फोटो 3खराब मशीनें. खूंटी. खूंटीवासियों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के लिए गत वर्ष पेयजल एवं स्वच्छता विभाग ने लाखों रुपये खर्च कर फिल्टरेशन प्लांट को हाइटेक किया था, लेकिन वर्तमान में लोगों को इसका फायदा नहीं मिल रहा है. प्लांट में लगी मशीनें खराब पड़ी हुई हैं. क्या है व्यवस्था : […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 4, 2015 4:03 PM

फोटो 2फिल्टरेशन प्लांट, फोटो 3खराब मशीनें. खूंटी. खूंटीवासियों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के लिए गत वर्ष पेयजल एवं स्वच्छता विभाग ने लाखों रुपये खर्च कर फिल्टरेशन प्लांट को हाइटेक किया था, लेकिन वर्तमान में लोगों को इसका फायदा नहीं मिल रहा है. प्लांट में लगी मशीनें खराब पड़ी हुई हैं. क्या है व्यवस्था : तजना नदी से मोटर के माध्यम से पानी को लिफ्ट कर 70 हजार गैलन क्षमता वाले फिल्टरेशन प्लांट के संप हाउस में भेजा जाता है. यहां से पानी को शुद्ध कर मोटर के माध्यम से जलापूर्ति की जाती है.अभी क्या हो रहा है : फिल्टरेशन प्लांट की मशीनें खराब पड़ी है. वर्तमान में पानी को साफ करने का काम मैनुअल तरीके से हो रहा है. नियम के मुताबिक प्रतिदिन 70 हजार गैलन पानी में 20 किलोग्राम ब्लीचिंग पाउडर डालना है, लेकिन ऐसा नहीं हो रहा. पानी को सिर्फ एलम का स्लेब डाल कर कामचलाऊ रूप से साफ किया जा रहा है. ब्लीचिंग पाउडर उपलब्ध होने के बावजूद उसे कभी कभार ही उसे पानी में मिलाया जाता है.

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