ठहरिए! कहीं रंग में भंग न पड़ जाये….ओके
खूंटी. होली यानी मौज-मस्ती का त्योहार. लेकिन जरा सी लापरवाही से रंग में भंग पड़ सकता है. होली का मजा किरकिरा न हो इसके लिए कुछ बातों का ध्यान रखें. रंग खेलते वक्त सावधानी बरते : डॉ आर प्रसाद व बीआर महतो कहते हैं कि रंग व अबीर-गुलाल में रासायनिक पदार्थ होते हैं. इससे त्वचा […]
खूंटी. होली यानी मौज-मस्ती का त्योहार. लेकिन जरा सी लापरवाही से रंग में भंग पड़ सकता है. होली का मजा किरकिरा न हो इसके लिए कुछ बातों का ध्यान रखें. रंग खेलते वक्त सावधानी बरते : डॉ आर प्रसाद व बीआर महतो कहते हैं कि रंग व अबीर-गुलाल में रासायनिक पदार्थ होते हैं. इससे त्वचा पर एलर्जिक रियेक्शन होता है. शुरू में जलन व खुजली हो सकती है, जो बाद में गंभीर रोग का कारण बन सकता है. बालों पर भी रंगों का बुरा प्रभाव पड़ता है. बाल सूखे और बेजान हो जाते हैं. डॉ बीआर महतो कहते हैं कि होली में आंखों को रंग-गुलाल से बचायें. रंग खेलते समय लोग इस बात का ध्यान नहीं रखते है, जिसका बाद में घातक परिणाम होता है. एलर्जिक रियेक्शन से आंखों की रोशनी भी जा सकती है. रंग खेलने से पहले क्या करे : रंग खेलने से पूर्व शरीर में नारियल का तेल या वैसलिन को अच्छी तरह लगा ले. बालों को को खुला न छोड़े. रंग छुड़ाने के लिए केरोसिन का इस्तेमाल न करें. माइल्ड साबुन से ही रंग छुड़ाई. रंग साफ होने के बाद मॉइस्चराइजर, कोल्ड क्रीम, ओलिव ऑयल या बेबी ऑयल जरूर लगाये. अबीर-गुलाल खेलने से पूर्व शरीर पर टेलकम पाउडर लगा ले. आंखों के आसपास व पलकों पर सरसों या नारियल का तेल लगा ले.