आंध्र मंदद का इंतजार: राज्यपाल

हैदराबाद. राज्यपाल ई एस एल नरसिम्हन ने शनिवार को कहा कि नये राज्य आंध्र प्रदेश को विभाजन के बाद केंद्र से अपेक्षित समर्थन नहीं मिला जिसकी वजह से राज्य राजस्व घाटे को झेल रहा है और राज्य के साथ बराबरी का बर्ताव नहीं हो रहा है. बजट सत्र के शुरु होने के दिन आंध्र प्रदेश […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 7, 2015 2:02 PM

हैदराबाद. राज्यपाल ई एस एल नरसिम्हन ने शनिवार को कहा कि नये राज्य आंध्र प्रदेश को विभाजन के बाद केंद्र से अपेक्षित समर्थन नहीं मिला जिसकी वजह से राज्य राजस्व घाटे को झेल रहा है और राज्य के साथ बराबरी का बर्ताव नहीं हो रहा है. बजट सत्र के शुरु होने के दिन आंध्र प्रदेश विधानमंडल की संयुक्त बैठक को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, ‘केंद्रीय बजट 2015-16 में राज्य के लिए हमारी उम्मीदें फलीभूत नहीं हुईं. आंध्र प्रदेश ने विभाजन के बाद महत्पूर्ण संसाधन खो दिए हंै और यह राजस्व की अधिकता वाले अपने पडोसी राज्यों के साथ बराबरी करने में सक्षम नहीं रहा है. इसने राज्य को एक बडे नुकसान में डाल दिया है जो कि इसकी खुद की वजह से नहीं हुआ है. उन्होंने कहा, ‘पड़ोसी राज्यों के बेंगलुरु, चेन्नई और हैदराबाद जैसे विकसित शहरों की बराबरी करने के लिए केंद्र को इसे आवश्यक सहायता देनी चाहिए.राज्यपाल ने उल्लेख किया कि सरकार ने अपने मामलों को आगे रखने के लिए प्रधानमंत्री, केंद्रीय वित्त मंत्री और अन्य मंत्रियों से मुलाकात की. उन्होंने कहा कि अविभाजित आंध्र प्रदेश के ‘अवैज्ञानिक और त्वरित’ विभाजन ने नये राज्य को कठिनाई में डाल दिया है.

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