तहजीब का कफन अभी महंगा नहीं हुआ…
फोटो….राज वर्मा….देंगेलाइफ रिपोर्टर @ रांचीजनवादी लेखक संघ द्वारा विश्वकर्मा मंदिर लेन स्थित सफदर हाशमी सभागार में रविवार को होली मिलन समारोह सह अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस का आयोजन किया गया. मुशायरे का भी आयोजन किया गया. कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ रेहाना मोहम्मद अली ने की. अतिथि के रूप में शौक जालंधरी मौजूद थे. कार्यक्रम का संचालन […]
फोटो….राज वर्मा….देंगेलाइफ रिपोर्टर @ रांचीजनवादी लेखक संघ द्वारा विश्वकर्मा मंदिर लेन स्थित सफदर हाशमी सभागार में रविवार को होली मिलन समारोह सह अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस का आयोजन किया गया. मुशायरे का भी आयोजन किया गया. कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ रेहाना मोहम्मद अली ने की. अतिथि के रूप में शौक जालंधरी मौजूद थे. कार्यक्रम का संचालन एमजेड खान व नेहाल ने किया. कार्यक्रम की शुरुआत में जितेंद्र रघुवंशी व डॉ कलीम आजीफ को श्रद्धांजलि दी गयी.तहजीब का कफन अभी महंगा नहीं हुआ : शौक जालंधरीमुशायरे में मेहमान शौक जालंधरी ने अपनी प्रस्तुति में कहा कि तहजीब का कफन अभी महंगा नहीं हुआ..नंगा खड़ा क्यूं सरे बाजार आदमी. दूसरी प्रस्तुति में बताया कि नफरतों की बवा फैल जाये अगर, तो चिरागे मोहब्बत जलाया करो. कवियत्री वीणा श्रीवास्तव ने कहा कि याद रखना औरत हूं…कैरतास पर भी फूल खिलाना जानती हूं…मिटना ही नहीं मिटाना भी जानती हूं.इन्होंने दी प्रस्तुतियां दीवीणा श्रीवास्तव, सुषमा सिन्हा, नजमा नाहिद अंसारी, पूनम तिवारी, दिलीप ततेरवे, काफीर अजीम, उज्जैर अहमदापुरी, नीरज कुमार नीर, सीयाराम शरण झा, शौक जालंधरी, डॉ रेहाना मोहम्मद अली, हुसैन कच्छी, अविनाश कुमार, सुरेंद्र कुमार जायसवाल, कमर गयावी, अपराजिता मिश्रा, रेणु प्रकाश व रफत आलीया.