समस्याओं के निदान के लिए हर दिन बैठक
पुलिस मुख्यालयवरीय संवाददाता, रांचीसमस्याओं पर चर्चा और उसके निदान के लिए डीजीपी डीके पांडेय ने हर दिन शाम चार बजे बैठक करने का आदेश दिया है. इस बैठक में एडीजी मुख्यालय, एडीजी सीआइडी, एडीजी स्पेशल ब्रांच के अलावा मुख्यालय के वे अधिकारी मौजूद रहते हैं, जिनकी शाखा से संबंधित काम होता है. बैठक में पुलिसकर्मियों […]
पुलिस मुख्यालयवरीय संवाददाता, रांचीसमस्याओं पर चर्चा और उसके निदान के लिए डीजीपी डीके पांडेय ने हर दिन शाम चार बजे बैठक करने का आदेश दिया है. इस बैठक में एडीजी मुख्यालय, एडीजी सीआइडी, एडीजी स्पेशल ब्रांच के अलावा मुख्यालय के वे अधिकारी मौजूद रहते हैं, जिनकी शाखा से संबंधित काम होता है. बैठक में पुलिसकर्मियों की समस्या को लेकर विचार किया जाता है और तत्काल समस्याओं के निदान के लिए जरूरी दिशा-निर्देश दिया जाता है. खासकर पुलिसकर्मियों की समस्या से संबंधित मामलों का निदान तुरंत किया जाता है. अब तक होता यह था कि पुलिसकर्मी (सिपाही से लेकर इंस्पेक्टर तक) के आवेदनों (जिनमें अधिकांश आवेदन स्वास्थ्य को लेकर तबादलों से संबंधित होते थे) को एक साथ जमा किया जाता था. फिर तीन माह या छह माह पर स्थापना समिति या कल्याण समिति की बैठक होती थी, जिसमें पुलिसकर्मियों की समस्या का निदान किया जाता था. इस प्रक्रिया में लंबा वक्त लगता था और पुलिस मुख्यालय से निराश कई कनीय पुलिस पदाधिकारी सरकार के मंत्री या अन्य प्रभावशाली लोगों से पैरवी करवा कर अपना काम करवाते थे. हर दिन शाम में होनेवाली बैठक में उन कायार्ें की भी चर्चा की जाती है, जिसे पुलिस मुख्यालय के स्तर से निपटाना होता है. हर तरह के प्रस्तावों को अंतिम रूप देने का काम भी इसी बैठक में किया जाता है.