बीएयू में किसान मेला कल से
मुख्यमंत्री करेंगे उदघाटन समापन समारोह में आयेंगे राज्यपाल रांची : बिरसा कृषि विश्वविद्यालय के किसान मेले का इस बार का थीम ग्रामीण विकास के लिए समेकित कृषि तकनीक है. मेले का आयोजन 14 से 16 मार्च तक बीएयू कैंपस में होगा. शनिवार को 11 बजे इसका उदघाटन मुख्यमंत्री रघुवर दास करेंगे. समारोह के विशिष्ट अतिथि […]
मुख्यमंत्री करेंगे उदघाटन
समापन समारोह में आयेंगे राज्यपाल
रांची : बिरसा कृषि विश्वविद्यालय के किसान मेले का इस बार का थीम ग्रामीण विकास के लिए समेकित कृषि तकनीक है. मेले का आयोजन 14 से 16 मार्च तक बीएयू कैंपस में होगा. शनिवार को 11 बजे इसका उदघाटन मुख्यमंत्री रघुवर दास करेंगे. समारोह के विशिष्ट अतिथि कृषि मंत्री रणधीर कुमार सिंह तथा कांके के विधायक डॉ जीतू चरण राम होंगे. 16 मार्च को दोपहर एक बजे समापन समारोह होगा.
इसके मुख्य अतिथि राज्यपाल सह कुलाधिपति डॉ सैयद अहमद होंगे. इस मौके पर स्थानीय विधायक के अतिरिक्त विभागीय सचिव डॉ नितिन मदन कुलकर्णी होंगे. 14 मार्च को ही तीन बजे से कृषक गोष्ठी का आयोजन होगा. इसमें झारखंड की कृषि नीति को इनपुट देने के उद्देश्य से चर्चा होगी. बीएयू के कुलपति डॉ जॉर्ज जॉन व निदेशक प्रसार शिक्षा डॉ आरपी सिंह ने संयुक्त रूप से गुरुवार को पत्रकारों को यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि कृषक गोष्ठी में इस क्षेत्र के कई स्टेक होल्डर को शामिल किया जायेगा. इस मौके पर विधानसभा अध्यक्ष डॉ दिनेश उरांव भी उपस्थित रहेंगे.
पशु-पक्षी की प्रदर्शनी भी होगी
15 मार्च को मेला परिसर में पशु पक्षी की प्रदर्शनी भी होगी. दोपहर दो बजे से पुरस्कार वितरण होगा. इसमें मुख्य अतिथि नगर विकास मंत्री सीपी सिंह होंगे. विशिष्ट अतिथि के रूप में पद्मश्री अशोक भगत मौजूद रहेंगे. इसी दिन पहले सत्र में कृषक महिलाओं की कार्य दक्षता में वृद्धि पर परिचर्चा होगी. इसमें महिला एवं बाल विकास मंत्री लुईस मरांडी, राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष महुआ माजी व नगर निगम की महापौर आशा लकड़ा अपना विचार रखेंगी.
10 हजार किसान हिस्सा लेंगे
डॉ जॉन व डॉ सिंह ने दावा किया कि इसमें 10 हजार किसान व 50 हजार आम आदमी हिस्सा लेंगे. किसानों को लाने की जिम्मेदारी केवीके, आत्मा व एनजीओ को दी गयी है. पहली बार आउटसोर्सिग के आधार पर प्रोफेशनल्स एग्रीकल्चर मैनेजमेंट सर्विसेस (पैम्स) के सहयोग से स्टॉल लगाया गया है.
अत्याधुनिक तरीके से कुल 100 स्टॉल लगाये जायेंगे. इसमें विश्वविद्यालय के 40 स्टॉल होंगे. 30-35 प्रगतिशील व नया प्रयोग करने वाले किसानों को पुरस्कृत किया जायेगा.