झामुमो केंद्रीय समिति की बैठक : नेता प्रतिपक्ष हेमंत सोरेन ने कहाअध्यादेश वापस ले सरकार
झामुमो का विधानसभा घेराव 20 को, 16 अप्रैल से जमशेदपुर में महाधिवेशन रांची : 20 मार्च को झामुमो विधानसभा का घेराव करेगा. झामुमो केंद्रीय समिति की विधानसभा सभागार में आयोजित बैठक में यह फैसला लिया गया. नेता प्रतिपक्ष हेमंत सोरेन ने कहा कि किसी भी कीमत पर भूमि अधिग्रहण बिल के प्रावधानों को राज्य में […]
झामुमो का विधानसभा घेराव 20 को, 16 अप्रैल से जमशेदपुर में महाधिवेशन
रांची : 20 मार्च को झामुमो विधानसभा का घेराव करेगा. झामुमो केंद्रीय समिति की विधानसभा सभागार में आयोजित बैठक में यह फैसला लिया गया. नेता प्रतिपक्ष हेमंत सोरेन ने कहा कि किसी भी कीमत पर भूमि अधिग्रहण बिल के प्रावधानों को राज्य में लागू नहीं होने दिया जायेगा. 20 मार्च को विधानसभा में भी कार्यस्थगन प्रस्ताव लाया जायेगा.
भूमि अधिग्रहण बिल को वापस लेने और झारखंड में स्थानीय नीति को परिभाषित करने की मांग को लेकर जन दबाव बनाने के लिए बड़ी संख्या में लोग उपस्थित होकर विधानसभा का घेराव करेंगे. यह घेराव 20 मार्च को दिन के 11 बजे से बिरसा चौक से आरंभ होकर विधानसभा तक किया जायेगा.
महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य और प्रवक्ता विनोद पांडेय ने बताया कि 16,17 एवं 18 अप्रैल को जमशेदपुर के रीगल मैदान में तीन दिवसीय केंद्रीय महाधिवेशन आयोजित करने का निर्णय लिया गया है. इसके लिए 11 सदस्यीय आयोजन सह स्वागत समिति का गठन किया गया है, जिसके संयोजक विधायक चंपई सोरेन होंगे.
साथ ही समिति में विधायक दीपक बिरुवा, निरल पूर्ति, शशिभूषण समद, जोबा मांझी, दशरथ गगराई, कुणाल षाड़ंगी, पूर्व विधायक रामदास सोरेन, मोहन कर्मकार, राजू गिरी भी होंगे.
बैठक में शिबू सोरेन, हेमंत सोरेन, चंपई सोरेन, हाजी हुसैन अंसारी, परेश मार्डी, स्टीफन मरांडी, शशांक शेखर भोक्ता, मथुरा महतो, विजय सिंह, दीपक बिरुवा, रामदास सोरेन, मोहन कर्मकार, राजू गिरी, सीता सोरेन, नलिन सोरेन, रविंद्रनाथ महतो, जगरनाथ महतो, जय प्रकाश भाई पटेल, जोबा मांझी, अमित महतो, अशोक सिंह, अंतु तिर्की समेत अन्य लोग उपस्थित थे.
झामुमो आंदोलन की राह पर चले : शिबू सोरेन
बैठक में झामुमो के अध्यक्ष शिबू सोरेन ने कहा कि पार्टी को अब पुन: आंदोलन की राह पर चलना होगा. जिस तरह लड़ कर झारखंड लिया है उसी तरह सरकार से लड़ कर झारखंड को विकास की राह पर ले चलना है. उन्होंने कहा कि संगठन को मजबूत करने की सारी बातें आ गयी है. पर यह ध्यान रखना होगा की झामुमो की ताकत यहां की गरीब जनता है.
भूमि अधिग्रहण से सबसे अधिक प्रभावित यहां के गरीब आदिवासी होंगे. पार्टी को यह ध्यान रखना होगा कि किसी भी कीमत पर इसे झारखंड में लागू नहीं होने देना है. खान-खनिजों पर पहले से ही पूंजीपतियों का कब्जा है. लोहा, कोयला सब ले लिया है, अब क्या गरीबों के घर-द्वार भी उजाड़ेंगे. श्री सोरेन ने कहा कि स्थानीय नीति के लिए लंबी लड़ाई लड़नी होगी. सरकार इसे टालने का काम करेगी पर होने नहीं देना है. गरीब झामुमो की ओर आशाभरी निगाहों से देख रहे हैं. उनकी उम्मीद को तोड़ना नहीं है. हक और अधिकार के लिए फिर झामुमो को पुराने तेवर में लौटना होगा. जोर-शोर से आंदोलन की राह पर चलना होगा.
जिला स्तरीय संगठन भंग करने का निर्णय
बैठक में महाधिवेशन के पूर्व जिला, महानगर, प्रखंड, पंचायत समेत सभी वर्ग के संगठनों को तत्काल प्रभाव से भंग करने का निर्णय लिया गया है. नये सिरे से इनका गठन किया जायेगा. झामुमो के अध्यक्ष शिबू सोरेन को नये सिरे संगठन बनाने का दायित्व सौंपा गया है. अगले पांच दिनों में वह संगठन प्रभारियों की घोषणा करेंगे.