बंजर भूमि पर लहलहाये अमरूद के पेड़

चुटूपालू: मन में अगर कुछ कर गुजरने की दृढ़ इच्छा हो, तो कोई भी काम कठिन नहीं होता. इस कहावत को कुच्चू निवासी भानु प्रताप ने चरितार्थ कर दिखाया है. भानु ने दो वर्ष पूर्व बंजर पड़ी एक एकड़ भूमि पर केजीवीके व जलछाजन मिशन के सहयोग से इलाहाबाद से 49 अमरूद का पौधा मंगा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 21, 2013 6:49 AM

चुटूपालू: मन में अगर कुछ कर गुजरने की दृढ़ इच्छा हो, तो कोई भी काम कठिन नहीं होता. इस कहावत को कुच्चू निवासी भानु प्रताप ने चरितार्थ कर दिखाया है. भानु ने दो वर्ष पूर्व बंजर पड़ी एक एकड़ भूमि पर केजीवीके व जलछाजन मिशन के सहयोग से इलाहाबाद से 49 अमरूद का पौधा मंगा कर लगाया था. अब उसमें फल लगने शुरू हो गये हैं.

भानु ने बताया कि सिंचाई के लिए उसने डोभा का निर्माण किया. बारिश में जमा होनेवाले पानी से पौधों की सिंचाई की. दो साल कठिन परिश्रम करने के बाद आज बंजर भूमि पर अमरूद के पेड़ लहलहा रहे हैं. उन्होंने अन्य किसानों को भी बंजर भूमि पर फलदार पेड़ लगाने की सलाह दी है.

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