शहर की तीनों फ्लाइ ओवर योजना हुई डंप
इस साल के बजट से हुआ स्पष्ट सड़क चौड़ी करने के लिए शहर में जगह नहीं फ्लाइ ओवर नहीं बनेंगे, तो कैसे मिलेगी जाम से निजात रांची : शहर की तीनों फ्लाइ ओवर योजना डंप हो गयी है. इनकी संचिकाएं रख दी गयी हैं. इन पर काम नहीं होना है. फ्लाइ ओवर निर्माण की योजना […]
इस साल के बजट से हुआ स्पष्ट
सड़क चौड़ी करने के लिए शहर में जगह नहीं
फ्लाइ ओवर नहीं बनेंगे, तो कैसे मिलेगी जाम से निजात
रांची : शहर की तीनों फ्लाइ ओवर योजना डंप हो गयी है. इनकी संचिकाएं रख दी गयी हैं. इन पर काम नहीं होना है. फ्लाइ ओवर निर्माण की योजना संचिकाओं में ही पड़ी रह गयी, धरातल पर इसे नहीं उतारा जा सका. वित्तीय वर्ष 2015-16 के बजट से भी यह स्पष्ट हो गया है कि सरकार की सूची में यह योजना नहीं है.
शहर में फ्लाइ ओवर नहीं बनेंगे तो लोगों को मौजूदा सड़कों से ही आना-जाना पड़ेगा. ऐसे में अभी जाम से निजात भी नहीं मिलेगी. विभाग के पास इतनी जमीन नहीं है कि मौजूदा सड़कों को चौड़ा किया जा सके. अब सड़क के किनारों को ही पक्का करने की योजना है.
डीपीआर के 80 लाख रुपये गये पानी में
तत्कालीन अजरुन मुंडा की सरकार ने फ्लाइ ओवर बनाने का फैसला लिया था. इसकी डीपीआर भी तैयार की गयी थी. तीनों फ्लाइ ओवर की डीपीआर तैयार करने वाली कंपनियों को 80 लाख रुपये का भुगतान किया गया था. सुजाता चौक व लालपुर फ्लाइ ओवर की डीपीआर पुणो की सनकॉन कंपनी ने बनायी थी. उसे दोनों के डीपीआर को मिला कर करीब 25 लाख रुपये दिये गये थे. वहीं फिरायालाल फ्लाइ ओवर की डीपीआर बनाने वाली बेंगलुरु की कंपनी सिकॉन को 30 लाख रुपये दिये गये थे.
रातू रोड फ्लाइ ओवर को नहीं मिली थी मंजूरी
इधर रातू रोड में पिस्का मोड़ से लेकर न्यू मार्केट चौक तक फ्लाइ ओवर का निर्माण कराने की योजना बनायी गयी थी. राज्य सरकार ने केंद्र से चर्चा की थी, पर केंद्र ने इसे मंजूरी नहीं दी.