कोकर में बिजली की समस्या से लोग परेशान

रांची: कोकर अर्बन सब स्टेशन से लगातार विद्युतापूर्ति बाधित होने के कारण लालपुर, बर्दवान कंपाउंड, नगड़ा टोली, केपी दत्ता कंपाउंड, पीएनटी कालोनी, पीएन बोस कंपाउंड आदि इलाकों के लोग परेशान हैं. यह परेशानी आज से नहीं बल्कि कई सालों से है़ यह समस्या तब शुरू हुई जब सकरुलर रोड में अंडरग्राउंड केबल बिछाया गया़ हर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 23, 2015 6:13 AM
रांची: कोकर अर्बन सब स्टेशन से लगातार विद्युतापूर्ति बाधित होने के कारण लालपुर, बर्दवान कंपाउंड, नगड़ा टोली, केपी दत्ता कंपाउंड, पीएनटी कालोनी, पीएन बोस कंपाउंड आदि इलाकों के लोग परेशान हैं.

यह परेशानी आज से नहीं बल्कि कई सालों से है़ यह समस्या तब शुरू हुई जब सकरुलर रोड में अंडरग्राउंड केबल बिछाया गया़ हर साल कई बार इस केबल में फाल्ट आने के कारण बिजली आपूर्ति बाधित होती है़ कई बार ऐसा भी होता है कि दो-तीन दिनों तक बिजली गुल रहती है, क्योंकि अंडरग्राउंड केबल होने के कारण फाल्ट का पता ही नहीं चलता.

दूसरी वजह यह है कि सब स्टेशन में ट्रांसफॉर्मर की क्षमता कम है़ इस पूरे क्षेत्र में कई मल्टीस्टोरी बिल्डिंग, शॉपिंग कॉम्प्लेक्स, स्कूल-कॉलेज, इंस्टीटय़ूट, हॉस्पिटल, लॉज बन गये है़ं अभी भी इनका बनना लगातार जारी है़, पर सब स्टेशन की क्षमता में वृद्धि नहीं की गयी़ फलस्वरूप ट्रांसफॉर्मर गरम हो जाता है और इसे ठंडा करने के लिए घंटों लोडशेडिंग की जाती है़ तीसरी वजह यह है कि कई जगह बिल्डर व हैवी बिजली उपभोक्ता को अपना खुद का ट्रांसफॉर्मर लगाना चाहिए़ पर वे मुहल्लों में लगे ट्रांसफॉर्मर से लोड लेते है़ इससे ट्रांसफार्मर जल जाता है व पूरा मोहल्ला अंधकार में डूब जाता है़ चौथी वजह यह है कि डेली मेनटेनेंस का काम करते वक्त सब स्टेशन से शटडाउन ले लिया जाता है़ इस दौरान मिस्त्री मुहल्ला-मुहल्ला घूमते है व फॉल्ट रिपेयर करते हैं. फलस्वरूप कभी-कभी दिन भर शटडाउन रह जाता है़ पांचवां कारण है उपकरण व पार्ट की कमी़ स्टोर में अक्सर ये चीजें नहीं मिलती हैं, जिसके कारण काम बाधित होता है़ छठा करण यह है कि केवल ब्रेकडाउन मेनटेनेंस का काम ही किया जाता है़ रख रखाव का काम बंद है़ ट्रांसमिशन लाइन तथा ट्रांसफॉर्मर का मेनटेनेंस बिलकुल नहीं होता. यहां तक कि ट्रांसफॉर्मर ऑयल भी बदला नहीं जाता है़ पोल में जैसे-तैसे तार जोड़कर कनेक्शन दे दिया जाता है, जिससे शॉर्ट सर्किट होता है. पिछले कई दिनों से लगातार बिजली काटी जा रही है़ विभाग इसका उचित जवाब भी नहीं दे पा रहा है़ लोगों का यह कहना है कि अभी गर्मी का मौसम आया नहीं है और यह हाल है, तो पूर्ण रूप से गर्मी आने पर क्या हाल होगा.

बिजली की चोरी नहीं पकड़ी जाती
बिजली चोरी को पकड़ने तथा बिजली चोरी करने वालों के खिलाफ किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं होती है़ बिजली विभाग इस मामले में बिलकुल पीछे है़ फलस्वरूप ट्रांसफॉर्मर पर अनावश्यक लोड बढ़ता है़ इससे ट्रांसफॉर्मर जल जाता है. बिजली की चोरी होने से सरकार को रेवेन्यू भी नहीं मिलता है.
12 घंटे बाद होती है मरम्मत
अगर रात 11 बजे कहीं फॉल्ट हो गया तो दिन के 12 बजे से पहले ठीक नहीं हो पाता़ इस दौरान सब स्टेशन से शटडाउन लिया जाता है़ ऐसा कई बार हुआ है़ विभाग से पूछने पर कहा जाता है कि मिस्त्री नहीं है, मिस्त्री सुबह 10 बजे काम पर आते हैं़ इस स्थिति में प्राइवेट मिस्त्री से काम करवाना पड़ता है़ सब स्टेशन से पूछने पर कहा जाता है कि हमारे यहां सब ठीक है, जूनियर इंजीनियर से पूछिये. कई बार फोन उठाकर रख दिया जाता है़.

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