आलू उगानेवाले किसान ने की आत्महत्या

मरनेवालों की संख्या पहुंची सातबर्दवान. बंपर फसल होने के बावजूद अपने कृषि ऋण को चुकाने में असमर्थ रहने के बाद आलू उगाने वाले एक और किसान ने पश्चिम बंगाल में आत्महत्या कर ली है. इसके साथ राज्य में अब तक कुल मिला कर सात किसान आत्महत्या कर चुके हैं. पुलिस ने मंगलवार को बताया कि […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 24, 2015 5:02 PM

मरनेवालों की संख्या पहुंची सातबर्दवान. बंपर फसल होने के बावजूद अपने कृषि ऋण को चुकाने में असमर्थ रहने के बाद आलू उगाने वाले एक और किसान ने पश्चिम बंगाल में आत्महत्या कर ली है. इसके साथ राज्य में अब तक कुल मिला कर सात किसान आत्महत्या कर चुके हैं. पुलिस ने मंगलवार को बताया कि 32 वर्षीय मृणाल कांति सरकार ने सोमवार को पड़ोसी बीरभूम जिले के नानूर में अपने खेत में कीटनाशक खा लिया. उसे एक स्थानीय अस्पताल ले जाया गया, जहां से उसकी हालत बिगड़ने के बाद उसे यहां बर्दवान मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में लाया गया, जहां उसकी मौत हो गयी. उसके चाचा बिस्वजीत सरकार ने बताया कि किसान मृणाल ने एक बैंक एवं निजी लोगों से लगभग तीन लाख रुपये का ऋण लिया था. फसल बहुत अच्छी थी, लेकिन वह अपने ऋण को चुकता करने मंे असमर्थ था, क्योंकि आलू के दाम 120 रुपये प्रति बोरे से गिर कर 100 रुपये प्रति बोरा हो गया है. हर बोरे में 50 किलोग्राम आलू रहते हैं. पिछले पखवाड़े में बर्दवान जिले से ही छह किसानों के आत्महत्या करने की खबर आयी है.

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