वर्ल्ड टीबी डे: रैली निकालकर किया लोगों को किया जागरूक

तसवीर राज वर्मा देंगेवरीय संवाददाता रांचीवर्ल्ड टीबी डे के मौके पर मंगलवार को जिला यक्ष्मा कार्यालय की ओर से रैली निकाली गयी. रैली को सिविल सर्जन डॉ गोपाल श्रीवास्तव ने रवाना किया. इसके माध्यम से लोगों को टीबी के प्रति जागरूक किया गया. साथ ही इससे बचाव के उपाय भी बताये गये. रैली में शामिल […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 24, 2015 9:03 PM

तसवीर राज वर्मा देंगेवरीय संवाददाता रांचीवर्ल्ड टीबी डे के मौके पर मंगलवार को जिला यक्ष्मा कार्यालय की ओर से रैली निकाली गयी. रैली को सिविल सर्जन डॉ गोपाल श्रीवास्तव ने रवाना किया. इसके माध्यम से लोगों को टीबी के प्रति जागरूक किया गया. साथ ही इससे बचाव के उपाय भी बताये गये. रैली में शामिल लोग अपने हाथों में तख्तियां लिये हुए थे. रैली में जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डॉ यूसी सिन्हा, सारे सुपरवाइजर व जिला यक्ष्मा कार्यालय के कर्मचारी शामिल हुए. यह रैली सदर अस्पताल से निकल कर कचहरी चौक होते हुए वापस सदर अस्पताल पहुंची.रांची जिले में टीबी के 2601 मरीज हैं: डॉ यूसी सिन्हाजिला यक्ष्मा पदाधिकारी डॉ यूसी सिन्हा ने बताया कि रांची जिले में 15852 टीबी के संदिग्ध लोगों की जांच की गयी है, इनमें से 2601 में यक्ष्मा के लक्षण पाये गये हैं. इन्हें दवा दी जा रही है. मंगलवार को पत्रकारों से बातचीत के दौरान डॉ सिन्हा ने बताया कि 138 (मल्टी ड्रग रेसिसटेंस)एमडीआर हैं. एमडीआर वे हैं जिन्हेंे दवा की कम खुराक देने पर वे ठीक नहीं होते. यक्ष्मा का इलाज इटकी टीबी सेनेटोरियम में होता है. बलगम की जांच भी यहां की जाती है. सामान्य मरीजों को छह से आठ माह तक दवा खाना पड़ता है. लेकिन एमडीआर को 27 माह तक दवा देनी होती है. इस बार वर्ल्ड टीबी डे की थीम ‘रीच, ट्रीट एंड क्योर’ रखा गया है.

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