पढ़िये, मिस्टर और मिस बीटोत्सव ने हारने वालों को क्या दिया संदेश
रांचीः बीटोत्सव के विशेष कवरेज के लिए प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम बीआईटी मेसरा में लगी रही. हमने वादा किया था कि हम मीस्टर एंड मिस बीटोत्सव का एक विशेष इंटरव्यू लेंगे. हम अपना वादा निभा रहे हैं. हमने मिस बीटोत्सव मीनल और मिस्टर बीटोत्सव विष्णु से बात की. पढ़िये उनसे बातचीत के अंश […]
रांचीः बीटोत्सव के विशेष कवरेज के लिए प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम बीआईटी मेसरा में लगी रही. हमने वादा किया था कि हम मीस्टर एंड मिस बीटोत्सव का एक विशेष इंटरव्यू लेंगे. हम अपना वादा निभा रहे हैं. हमने मिस बीटोत्सव मीनल और मिस्टर बीटोत्सव विष्णु से बात की. पढ़िये उनसे बातचीत के अंश
बीटोत्सव का खिताब जीतकर कैसा लग रहा है. क्या आपको विश्वास था कि ये खिताब आप जीतेंगे.
मीनल- मुझे जरा भी अदाजा नहीं था कि मैं इस तरह का कोई बड़ा खिताब अपने नाम कर पाऊंगी. दरअसल यह मेरा पहला खिताब है जो मैंने जीता है मैंने जीत के लिए जरा भी नहीं सोचा मुझे वो वक्त पूरी तरह जीना था बस . मैंने सोचा मुझे वॉक करना है और दिल से मैंने वही किया जो मैं चाहती थी
विष्णु- मैने पहले भी मॉडलिंग की है इसलिए मुझे विश्वास था कि मैं यह प्रतियोगिता जरूर जीतुंगा. पूरे भारत से बीटोत्सव के लिए नाम आये थे मुझे बहुत अच्छा महसूस हो रहा है कि मैने इस खिताब को जीता है. मेरे लिए यह एक बहुत बड़ा मौका था जब मैं अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर सकता था.
बीटोत्सव आप(छात्रों के लिए) कितना मायने रखता है.
मीनल- हमारे कॉलेज में पढ़ाई पर विशेष ध्यान दिया जाता है. इसलिए यह मौका हमारे लिए बहुत मायने रखता है. ऐसे बहुत से छोटे छोटे इवेंट होते है जिसमें मचा आता है. स्ट्रीट डॉस, ड्रामा ऐसे मौकों से हमारी प्रतिभा में निखार आता है. बाहर से गेस्ट आते हैं शानदार कार्यक्रम होता है. कई कॉलेज से आय़े लोगों से बातें होती है.
विष्णु- हमारे लिए यह एक मौका होता है जब तरह तरह की प्रतियोगिताओं के जरिये हम अपनी प्रतिभा सबके सामने रखते हैं. हर साल छात्र इसका इंतजार करते हैं और यह बड़े पैमाने पर किया जाता है. भारत के कई कॉलेजों से छात्र यहां आते हैं सबसे मिलने का मौका मिलता है.
आप भविष्य में अपना करियर किस तरफ बनाना चाहेंगे.
मीनल- मैं फिलहाल पढ़ाई कर रही हूं और उसे लेकर अभी पूरी तरह फोकस हूं. हालाकि मेरी प्रेरण सुष्मिता सेन हैं मेरे दोस्त कहते हैं कि मैं एक अच्छी मॉडल हो सकती हूं लेकिन मैंने कभी इस विषय में गंभीरता से नहीं सोचा. हां मैं उन लड़कियों के सपने पूरे होते देखना चाहती हूं जो मॉडल बनने का सपना देखती हैं. उनके सपने को पूरा करने में मुझसे जितना हो पायेगा मैं बिल्कुल करने की कोशिश करूंगी. मीनल से जब पूछा गया कि जब उनके पास समय हो तो वह क्या करना पसंद करती हैं तो उन्होंन कहा मुझे घुमना बेहद पसंद है, ड्राइविंग अच्छी लगती है.
विष्णु- मैने पहले मॉ़लिंग की है और स्टेर लेवल पर क्रिकेट भी खेल चुका हूं. हालांकि कुछ महीनों से पढ़ाई में व्यस्तता के कारण क्रिकेट को कम वक्त दे पा रहा हूं. मै पढ़ाई के महत्व को अच्छी तरह समझता हूं. मैं आगे एमबीए करना चाहूंगा और पढ़ाई के बाद अपने करियर के लिए सोचूंगा. रांची में मॉडलिंग का महौल अबतक उस पैमाने पर नहीं बन सका जितना बड़े शहरों में है लेकिन रांची भी अब इन चीजों को लेकर जागरुक हो रहा है.
इस प्रतियोगिता में जो हार गये उन्हें कोई संदेश देना चाहेंगे.
मीनल- मुझे लगता है जितने भी प्रतिभागियों ने इसमें भाग लिया सभी बेहतरीन थे. मेरी एक दोस्त ने भी इसमें हिस्सा लिया था वह एक्टर बनना चाहती है. मैं जानती हूं कि उसका यह सपना एक दिन जरूर पुरा होगा. मैं उन सभी को भविष्य के लिए शुभकामनाएं देती है मुझे पूरा विश्वास है कि उनका सपना जरूर पुरा होगा.
विष्णु- मैं मानता हूं कि यह प्रतियोगिता मेरे लिए ज्यादा फायदेमंद रही क्योंकि मैं मॉडलिंग कर चुका था और इसी में मुझे अपना हुनर दिखाना था. इसमें बहुत सारे वैसे लोगों ने भाग लिया था जो पहली बार मॉडलिंग कर रहे थे. मैं उन्हें भविष्य के लिए शुभकानाएं देना चाहूंगा और उम्मीद करूंगा कि इस तरह का खिताब उन्हें जल्द मिले.