प्रकृति संरक्षण का संदेश देता है सरहुल

फोटो : समोराह में अतिथि व झांकीढेलवाखंूटा में सरहुल मिलन समारोह सिकिदिरी. सरहुल का पर्व प्रकृति संरक्षण का संदेश देता है. इस पर्व से हमें सीख लेने की जरूरत है. ये बातें भाजपा नेता रामकुमार सिंह ने कही. वे बुधवार को सिकिदिरी के ढेलवाखंूटा में आयोजित सरहुल मिलन समारोह को संबोधित कर रहे थे. विशिष्ट […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 25, 2015 8:02 PM

फोटो : समोराह में अतिथि व झांकीढेलवाखंूटा में सरहुल मिलन समारोह सिकिदिरी. सरहुल का पर्व प्रकृति संरक्षण का संदेश देता है. इस पर्व से हमें सीख लेने की जरूरत है. ये बातें भाजपा नेता रामकुमार सिंह ने कही. वे बुधवार को सिकिदिरी के ढेलवाखंूटा में आयोजित सरहुल मिलन समारोह को संबोधित कर रहे थे. विशिष्ट अतिथि सपा रांची जिलाध्यक्ष जीतनाथ बेदिया ने कहा कि सरहुल हमें प्रकृति से प्रेम करना सिखाता है. यह हरियाली का प्रतीक है. समारोह में पड़हा राजा बलराम पाहन व पाहन बैजनाथ पाहन ने सभी को सखुआ का फूल भेंट कर व पगड़ी पहना कर सम्मानित किया. मौके पर जलिमा, हरातु, हेसातु, सिकिदिरी, ईद व कारो समेत कई गांवों से आकर्षक झांकी निकाली गयी. झांकी के साथ लोग नाचते-गाते समारोह स्थल में पहुंचे. इस अवसर पर समिति के अध्यक्ष सोमनाथ बेदिया, मुखिया श्रवण कुमार मुंडा, साहेबराम भोगता, रवींद्र भोगता, भानु देवी, नंदलाल राम, बिरसा बेदिया व सहजनाथ पाहन सहित अन्य मौजूद थे.

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