पूर्व एडीसी पर गृह विभाग ने गठित किया आरोप पत्र

अभी एआइजी टू डीजीपी हैं डॉ शम्स तबरेज आरोप पत्र के मुताबिक प्रभाव और अंगरक्षक का दुरुपयोग भी करते हैं 90 हजार का मोमेंटो हड़पने का आरोप विवेक चंद्र रांची : राज्यपाल के पूर्व पुलिस परिसहाय (एडीसी) डॉ शम्स तबरेज पर वित्तीय अनियमितता का आरोप है. डॉ तबरेज अभी पुलिस मुख्यालय में एआइजी टू डीजीपी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 29, 2015 6:36 AM
अभी एआइजी टू डीजीपी हैं डॉ शम्स तबरेज
आरोप पत्र के मुताबिक प्रभाव और अंगरक्षक का दुरुपयोग भी करते हैं
90 हजार का मोमेंटो हड़पने का आरोप
विवेक चंद्र
रांची : राज्यपाल के पूर्व पुलिस परिसहाय (एडीसी) डॉ शम्स तबरेज पर वित्तीय अनियमितता का आरोप है. डॉ तबरेज अभी पुलिस मुख्यालय में एआइजी टू डीजीपी हैं. सरकार ने डॉ तबरेज पर आरोप पत्र गठित किया है. डॉ तबरेज पर अपने कार्यकाल के दौरान लोकधन का निजी हितों में उपयोग कर हथियाने का आरोप है
डॉ तबरेज पर गठित प्रपत्र क में कहा गया है उन्होंने 06.07.2005 से 10.08.09 तक पूर्व राज्यपाल सैयद सिब्ते रजी का एडीसी रहते हुए 87,669 रुपये का मोमेंटो अपने पास रख लिया. राज्यपाल के तत्कालीन प्रधान सचिव अमित खरे के आदेश पर मोमेंटो डॉ तबरेज के पास रखा गया था. जिसकी वितरण सूची या मोमेंटो आज तक उन्होंने राजभवन में जमा नहीं किया है. मालूम हो कि डॉ तबरेज दो बार(जुलाई 2005 से अगस्त 2009 तक और दूसरी बार जुलाई 2013 से सितंबर 2014 तक) राज्यपाल के एडीसी के रूप में पदस्थापित रहे हैं.
राजभवन के भंडारपाल ने डॉ शम्स तबरेज द्वारा राजभवन के भंडार से लिये गये सामग्रियों की पूरी सूची सरकार को उपलब्ध करायी है. और कहा है कि डॉ तबरेज से सामग्रियों को लौटाने के लिए कई बार अनुरोध किया गया. लेकिन उन्होंने न तो सामग्री वापस किया और न ही कोई जवाब दिया.
भंडारपाल ने कहा है कि अफसरशाही के बल पर डॉ तबरेज बिना प्राप्ति रसीद दिये राजभवन के भंडार से कई सामग्री ले गये. वह न तो उनकी प्राप्ति रसीद देते हैं और ना ही सामग्रियों को वापस कर रहे हैं. डॉ तबरेज के खिलाफ गठित आरोप पत्र में कहा गया है कि राजभवन से सामग्रियों को लेने और उनको भंडार को वापस नहीं करने की बात वह स्वयं स्वीकार करते हैं. साथ ही कुछ सामग्रियों की प्राप्ति रसीद नहीं देने का बहाना बनाते हैं. आरोप पत्र में डॉ शम्स तबरेज द्वारा अपने प्रभाव और अंगरक्षक के दुरुपयोग करने की बात भी कही गयी है.
प्रपत्र क में लिखा गया है कि राजभवन के भंडारपाल द्वारा सामग्रियों को लौटाने का आग्रह किये जाने पर डॉ तबरेज ने अच्छा व्यवहार नहीं किया. उन्होंने भंडारपाल को धमकाया. डॉ तबरेज के निर्देश पर उनका अंगरक्षक भी भंडारपाल से अभद्रता से पेश आया. आरोप पत्र में स्पष्ट कहा गया है कि डॉ तबरेज ने अपने पद का प्रभाव व अंगरक्षक का दुरुपयोग करने का प्रयास किया है. अंगरक्षक के माध्यम से राजभवन के भंडारपाल को धमकाना पूरी तरह से एक वरीय पदाधिकारी के आचरण के विरुद्ध है. अंगरक्षक की सुविधा का दुरुपयोग है.

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