परिक्रमा रोकना देश के साथ धोखा

रांची: 84 कोस परिक्रमा रोकना देश के साथ धोखा है. केवल 200 साधु-संतों को रोकने के लिए 45 कंपनी सुरक्षा बलों को लगाया गया है, जो यह दर्शाता है कि आज भी देश मुगलकालीन दौर में चल रहा है. उक्त बातें चित्रकुट तुलसी पीठाधीश्वर जगदगुरु रामानंदाचार्य स्वामी रामभद्राचार्य महाराज ने शनिवार को संकट मोचन मंदिर, […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 25, 2013 6:17 AM

रांची: 84 कोस परिक्रमा रोकना देश के साथ धोखा है. केवल 200 साधु-संतों को रोकने के लिए 45 कंपनी सुरक्षा बलों को लगाया गया है, जो यह दर्शाता है कि आज भी देश मुगलकालीन दौर में चल रहा है. उक्त बातें चित्रकुट तुलसी पीठाधीश्वर जगदगुरु रामानंदाचार्य स्वामी रामभद्राचार्य महाराज ने शनिवार को संकट मोचन मंदिर, मेन रोड में कही.

महाराज जी ने कहा कि राम जन्मभूमि की परिक्रमा करना पूजा के समान है और पूजा कभी भी हो सकती है. इस पर रोक लगाना कहीं से भी उचित नहीं है. 17 अगस्त को वे मुलायम सिंह से मिले थे. उस दौरान उन्होंने कहा था कि यात्र के दौरान सरकार व्यवस्था बनायेगी, परंतु 24 घंटे में ही उनके सुर बदल गये. अब वे यात्र पर ही प्रतिबंध लगाने की बात कर रहे हैं, जो सिर्फ मुसलिम तुष्टीकरण की एक राजनीति के अलावा कुछ नहीं है. महाराज जी ने कहा कि 25 अगस्त को परिक्रमा शुरू होगी. अगर इसके बाद सरकार हमें बंदी बनाती है, तो हमे जहां भी रखा जायेगा, हम भगवान की वंदना करना शुरू कर देंगे.

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विहिप के संपर्क प्रमुख वीरेंद्र विमल ने कहा कि यदि 25 अगस्त को यात्र रोकी गयी, तो 26 अगस्त को सभी जिला मुख्यालय में धरना देकर जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा जायेगा. प्रदेश मंत्री गंगा प्रसाद ने कहा कि रांची में 26 अगस्त को धरना दिया जायेगा. रात्रि आठ बजे संतों का जत्था अयोध्या के लिए प्रस्थान करेगा. इस अवसर पर संकट मोचन मंदिर के महंत महामंडलेश्वर सूर्य नारायण दास महात्यागी जी विशेष रूप से उपस्थित थे.

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