कोई अधिवक्ता नहीं करेगा हत्यारों की पैरवी

रांची : अधिवक्ता वीरेंद्र कुमार सिंह की हत्या का सिविल कोर्ट रांची के अधिवक्ताओं ने विरोध किया है. गुरुवार को रांची जिला बार एसोसिएशन के अधिवक्ता न्यायिक कार्यो से अलग रहे. अधिवक्ता शुक्रवार को भी न्यायिक कार्यो से अलग रहेंगे. गुरुवार को एसोसिएशन की कार्यकारिणी की बैठक हुई. बैठक में निर्णय लिया गया कि हत्या […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 10, 2015 5:38 AM
रांची : अधिवक्ता वीरेंद्र कुमार सिंह की हत्या का सिविल कोर्ट रांची के अधिवक्ताओं ने विरोध किया है. गुरुवार को रांची जिला बार एसोसिएशन के अधिवक्ता न्यायिक कार्यो से अलग रहे. अधिवक्ता शुक्रवार को भी न्यायिक कार्यो से अलग रहेंगे.
गुरुवार को एसोसिएशन की कार्यकारिणी की बैठक हुई. बैठक में निर्णय लिया गया कि हत्या से जुड़े अभियुक्तों के मामले की पैरवी कोई भी अधिवक्ता नहीं करेगा. कहा गया: यदि किसी अधिवक्ता ने हत्यारों की पैरवी की, तो एसोसिएशन से उसकी सदस्यता खत्म कर दी जायेगी.
एसोसिएशन ने पुलिस से हत्यारों को शीघ्र गिरफ्तार करने की मांग की. साथ ही चेतावनी दी कि यदि गिरफ्तारी नहीं हुई, तो एसोसिएशन का आंदोलन तेज होगा. इससे पूर्व अधिवक्ताओं ने सुबह आठ बजे मौन जुलूस सिविल कोर्ट परिसर से निकला. जुलूस शहीद चौक होते हुए वापस सिविल कोर्ट में पहुंच कर समाप्त हो गया. मौन जुलूस शुक्रवार को भी निकाला जायेगा. अधिवक्ता एवं बार एसोसिएशन कार्यकारिणी सदस्य पीके सिंह ने कहा कि पुलिस अपराध के मामलों में तुरंत कार्रवाई नहीं कर रही है, इस वजह से अपराधियों का मनोबल बढ़ रहा है.
उन्होंने कहा कि स्व वीरेंद्र कुमार सिंह के हत्यारों को अविलंब गिरफ्तार किया जाना चाहिए.विरोध-प्रदर्शन में एसोसिएशन के अध्यक्ष शंभू प्रसाद अग्रवाल, प्रदीप पोद्दार, सुनील पांडे, बीडी बनर्जी, कालीचरण साहू, विनोद कुमार सिंह, अमरनाथ सिन्हा, सतीश कुमार वर्मा सहित अन्य उपस्थित थे. गौरतलब है कि वीरेंद्र कुमार सिंह की बुधवार को मुरी में गोली मार कर हत्या कर दी गयी थी. स्व वीरेंद्र सिंह 3.50 लाख रुपये बैंक में जमा कराने जा रहे थे, उसी वक्त एक बाइक पर आये तीन अपराधियों ने रुपये लूट ली और विरोध करने पर उन्हें गोली मार दी.
हाइकोर्ट में कार्य बहिष्कार
रांची : सिविल कोर्ट, रांची के अधिवक्ता वीरेंद्र कुमार सिंह की मुरी में हत्या की सूचना मिलने के बाद झारखंड हाइकोर्ट के अधिवक्ता आक्रोशित हो गये. गुरुवार को दिन के 1.30 बजे से अधिवक्ताओं ने कार्य का बहिष्कार कर दिया. एडवोकेट्स एसोसिएशन के धीरज कुमार ने बताया कि डेढ़ बजे के बाद अधिवक्ताओं ने कार्य नहीं किया. बार काउंसिल के निर्णय के आलोक में 10 अप्रैल को भी अधिवक्ता कार्य नहीं करेंगे. उधर, यंग लॉयर्स एसोसिएशन, झारखंड हाइकोर्ट ने अधिवक्ता की हत्या की निंदा करते हुए कार्य बहिष्कार करने का निर्णय लिया है.

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