आदिवासी मूलवासी जनाधिकार मंच की खुली बहस, वक्ताओं ने कहा

26 को मुख्यमंत्री आवास तक निकालेंगे चेतावनी मार्च रांची : आदिवासी मूलवासी जनाधिकार मंच द्वारा स्थानीयता के निर्धारण पर शनिवार को खुली बहस का आयोजन किया गया. इसमें अंतिम सर्वे, प्रथम जनगणना, प्रथम मतदाता सूची, भाषा -संस्कृति और ग्राम सभा के परामर्श को आधार बनाने की मांग उठी. इस मौके पर मंच के डॉ आरपी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 19, 2015 6:23 AM
26 को मुख्यमंत्री आवास तक निकालेंगे चेतावनी मार्च
रांची : आदिवासी मूलवासी जनाधिकार मंच द्वारा स्थानीयता के निर्धारण पर शनिवार को खुली बहस का आयोजन किया गया. इसमें अंतिम सर्वे, प्रथम जनगणना, प्रथम मतदाता सूची, भाषा -संस्कृति और ग्राम सभा के परामर्श को आधार बनाने की मांग उठी.
इस मौके पर मंच के डॉ आरपी साहू ने कहा कि आदिवासी और मूलवासी हमेशा मिल कर रहे हैं.
उनकी अपनी भाषा- संस्कृति है.बाहर के लोग यहां आ कर उनके अधिकारों को छीन रहे और उनकी भाषा- संस्कृति को मिटाने की साजिश कर रहे हैं. यदि आदिवासी व मूलवासियों ने मिल कर संघर्ष नहीं किया, तो मिट जायेंगे. राजू महतो ने कहा कि जनता की भावना के विपरीत स्थानीय नीति थोपने की कोशिश बरदाश्त नहीं की जायेगी.
प्रेमशाही मुंडा ने कहा कि स्थानीयता का निर्धारण खतियान व भाषा – संस्कृति के आधार पर हो. आदिवासी छात्र संघ के उपाध्यक्ष सुशील उरांव ने कहा कि हम विगत 15 वर्ष से अंतिम सर्वे के आधार पर नीति की मांग कर रहे हैं, पर हमारी बातें अनसुनी की गयी. निर्णय लिया गया कि 26 अप्रैल को सीएम हाउस तक चेतावनी मार्च निकाला जायेगा व मुख्यमंत्री को मांग पत्र सौंपा जायेगा.

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