Ranchi news : बूटी मोड़ से करमटोली चौक तक सड़क पर 40 गड्ढे, हिचकोले खाते अस्पताल पहुंच रहे मरीज

गड्ढों की वजह से दिन भर लगता है जाम, इसमें एंबुलेंस और स्कूली बसें भी फंसी रहती हैं. गड्ढों के कारण सबसे ज्यादा परेशानी बाइक सवार को हो रही है. बाइक सवार आये दिन गड्ढों में गिर कर घायल होते रहते हैं.

By Prabhat Khabar News Desk | July 21, 2024 12:34 AM

रांची. बूटी मोड़ से करमटोली चौक तक (बरियातू रोड) सड़क पर छोटे-बड़े 40 गड्ढे हैं. ऐसे में गड्ढों से होकर वाहनों को गुजरना पड़ता है. इस मार्ग पर रिम्स समेत 21 बड़े हॉस्पिटल और 35 से ज्यादा क्लिनिक हैं. इस कारण मरीज भी हिचकोले खाते हुए अस्पताल पहुंचने को मजबूर हैं. वहीं, आम लोग भी इन गड्ढों से होकर गुजरने को विवश हैं. सबसे ज्यादा परेशानी बाइक सवार लोगों को हो रही है. बाइक सवार आये दिन गड्ढों में गिर कर घायल होते रहते हैं. वहीं, गड्ढों की वजह से दिन भर में कई बार जाम भी लगता है. जाम में एंबुलेंस और स्कूली बसें भी फंसी रहती हैं.

इस मार्ग पर 21 हॉस्पिटल और 35 से ज्यादा क्लिनिक

बूटी मोड़ से करमटोली चौक के बीच लगभग 21 बड़े हॉस्पिटल और 35 से ज्यादा क्लिनिक हैं. हॉस्पिटल में प्रतिदिन सैकड़ों गंभीर मरीज भर्ती होने के लिए आते हैं. वहीं, क्लिनिक में भी डॉक्टरों से परामर्श लेने के लिए दिन भर मरीजों का आना-जाना लगा रहता है. ऐसे में जर्जर सड़क के कारण गंभीर मरीजों को काफी परेशानी होती है.

गर्भवती और गंभीर मरीज ज्यादा परेशान

सड़क पर गड्ढों की वजह से एंबुलेंस या निजी वाहनों से आने वाले गंभीर मरीजों और गर्भवती महिलाओं को सबसे ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ता है. बूटी मोड़ से रिम्स आनेवाले मरीजों को करीब 20 से 25 गड्ढे पार करके आना पड़ता है. वहीं, करमटोली चौक से बूटी मोड़ आनेवाले लोगों को भी कई गड्ढों से होकर गुजरना पड़ता है.

सड़क पर बिखरे हैं पत्थर व डस्ट, फिसल रहे बाइक सवार

बरियातू रोड में पानी का पाइप बिछाने के लिए जगह-जगह सड़क को खोदा गया है. पाइप बिछाने के बाद गड्ढों में गिट्टी और डस्ट डाल कर छोड़ दिया गया है. इस कारण सड़क पर जहां-तहां गिट्टी व डस्ट बिखरे पड़े हैं. इस वजह से बाइक सवार फिसल कर गिर रहे हैं.

तत्काल सड़क की मरम्मत होनी चाहिए

रांची आइएमए के अध्यक्ष डॉ शेखर चौधरी काजल ने कहा कि बरियातू रोड पर रिम्स राज्य का सबसे बड़ा अस्पताल है, जहां विभिन्न जिलों से मरीज आते हैं. सड़क की हालत इतनी खराब हो गयी है कि चलना मुश्किल हो गया है. इस मार्ग पर दर्जनों निजी अस्पताल हैं. ऐसे में जिला प्रशासन को तत्काल इस सड़क को दुरुस्त कराना चाहिए.

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