सीसीएलकर्मियों के लिए संपत्ति का ब्योरा देना बना सिरदर्द

रांची : सीसीएल कर्मियों को भी लोकायुक्त के आदेश पर संपत्ति का ब्योरा देना है. 30 अप्रैल से पूर्व ग्रुप डी को छोड़ सभी कर्मियों को ब्योरा जमा करना है. ब्योरा के लिए कंपनी के कर्मियों को जो फॉरमेट दिया गया है, वह परेशानी का सबब बन गया है. कर्मियों को अंग्रेजी में फॉरमेट उपलब्ध […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 22, 2015 6:42 AM
रांची : सीसीएल कर्मियों को भी लोकायुक्त के आदेश पर संपत्ति का ब्योरा देना है. 30 अप्रैल से पूर्व ग्रुप डी को छोड़ सभी कर्मियों को ब्योरा जमा करना है.
ब्योरा के लिए कंपनी के कर्मियों को जो फॉरमेट दिया गया है, वह परेशानी का सबब बन गया है. कर्मियों को अंग्रेजी में फॉरमेट उपलब्ध कराया गया है. इसमें दो लाख रुपये से अधिक के निवेश की जानकारी देनी है.
इसके अतिरिक्त बैकों में जमा नकद, इंश्योरेंस की भी जानकारी देनी है. मोटरवाहन की पूरी जानकारी मांगी गयी है. इसमें वाहन के मेक, निबंधन, नंबर, खरीदा गया वर्ष व कीमत की जानकारी भी देनी है. 10 ग्राम से ऊपर के किसी भी प्रकार के ज्वेलरी के बारे में भी बताना है. घर में उपयोग होनेवाले फर्नीचर, एंटिक, पेंटिंग, इलेक्ट्रॉनिक्स उपकरण आदि की जानकारी भी मांगी गयी है. इसकी कीमत एक लाख से ऊपर है, तो इसकी जानकारी देनी है.
यूनियन की बैठक कल
बरका सयाल की सौंदा डी परियोजना स्थित द झारखंड कोलियरी मजदूर यूनियन की बैठक गुरुवार को होगी. यूनियन कार्यालय में आयोजित इस बैठक में अरगड्डा, हजारीबाग एरिया, रजरप्पा, कुजू, सीडब्ल्यूएस बरकाकाना के प्रतिनिधि हिस्सा लेंगे. यूनियन के महासचिव सनत मुखर्जी ने बताया कि बैठक में तीन मई के प्रस्तावित महासम्मेलन के मुद्दे पर बात होगी. महासम्मेलन धनबाद में होना है.

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