शुरू नहीं हो सका कार्डियेक इमरजेंसी

फोटो—रिम्स का एक साल से तैयार होकर बंद पड़ा है संवाददाता, रांचीरिम्स के सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल के कार्र्डियोलॉजी विंग का इमरजेंसी एक साल से तैयार होकर बंद पड़ा है. इमरजेंसी में बेड और उपकरण भी लग गये हैं, लेकिन उनसे काम नहीं लिया जा रहा है. मिली जानकारी के अनुसार मैन पावर की कमी, नर्स […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 24, 2015 8:04 PM

फोटो—रिम्स का एक साल से तैयार होकर बंद पड़ा है संवाददाता, रांचीरिम्स के सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल के कार्र्डियोलॉजी विंग का इमरजेंसी एक साल से तैयार होकर बंद पड़ा है. इमरजेंसी में बेड और उपकरण भी लग गये हैं, लेकिन उनसे काम नहीं लिया जा रहा है. मिली जानकारी के अनुसार मैन पावर की कमी, नर्स एवं पारा मेडिकल कर्मियों की कमी के कारण कार्डियेक इमरजेंसी शुरू नहीं हो पा रहा है. हालांकि कार्डियोलॉजी विंग को बेहतर बनाने के लिए स्वास्थ्य विभाग के पास प्रस्ताव भेजा गया है. राज्य के स्वास्थ्य मंत्री रामचंद्र चंद्रवंशी ने इसे बेहतर बनाने के लिए प्रयास शुरू करने को कहा है.सामान्य इमरजेंसी से आइसीयू में आते हैं मरीजरिम्स में आये हृदय रोगियों को पहले सामान्य इमरजेंसी में भरती होना पड़ता है. इसके बाद वहां पर कार्यरत चिकित्सक तय करते हैं कि मरीज को कार्डियोलॉजी विंग में भरती करना है. वहां से मरीज को कार्डियोलॉजी आइसीयू में शिफ्ट किया जाता है. पुरानी बिल्डिंग से होकर सुपर स्पेशयलिटी भवन में शिफ्ट कराना पड़ता है. अगर कार्डियेक आइसीयू काम करता तो मरीजों का इलाज वहीं से शुरू हो जाता. मरीज को डे-केयर की सुविधा भी मिलती.एक और इको मशीन आयेगीकॉर्डियोलोजी विंग में एक और इको जांच मशीन आयेगी. इसे मंगाने के लिए प्रस्ताव भेजा गया है. शीघ्र ही इको जांच मशीन आयेगी. हालांकि इससे भी जांच में वेटिंग कम नहीं होगी, क्योंकि इसके लिए लिए टेक्नीशियन एवं सीनियर रेजिडेंट पर्याप्त नहीं है.कोट::कॉर्डियोलोजी इमरजेंसी मैन पावर की कमी के कारण शुरू नहीं हो पा रहा है. इसको शुरू करने के लिए हम लोग प्रयास कर रहे हैं. डॉ एसके चौधरी, निदेशक रिम्स

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