छोटे किसानों को मिले औपचारिक वित्त पोषण : आरबीआइ

चंडीगढ़. रिजर्व बैंक के गवर्नर रघुराम राजन ने किसानांे की आत्महत्याआंे को हल्के मंे लिये जाने के प्रति आगाह करते हुए शुक्रवार को कहा कि देशभर के छोटे व सीमांत किसानांे को औपचारिक वित्तपोषण सुविधा उपलब्ध होनी चाहिए. दिल्ली मंे एक रैली मंे किसान द्वारा आत्महत्या की घटना को देखते हुए राजन ने कहा कि […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 24, 2015 10:04 PM

चंडीगढ़. रिजर्व बैंक के गवर्नर रघुराम राजन ने किसानांे की आत्महत्याआंे को हल्के मंे लिये जाने के प्रति आगाह करते हुए शुक्रवार को कहा कि देशभर के छोटे व सीमांत किसानांे को औपचारिक वित्तपोषण सुविधा उपलब्ध होनी चाहिए. दिल्ली मंे एक रैली मंे किसान द्वारा आत्महत्या की घटना को देखते हुए राजन ने कहा कि किसी को इसे हल्के मंे नहीं लेना चाहिए और न ही आसान सा स्पष्टीकरण देना चाहिए, क्यांेकि यह काफी जटिल मुद्दा है. उन्हांेने यह भी कहा कि अनौपचारिक वित्तपोषण के बोझ के बजाय औपचारिक तंत्र की वित्त सुविधा की कमी एक बड़ी समस्या है.रिजर्व बैंक के गवर्नर ने कहा कि आज समय की जरूरत यह है कि औपचारिक वित्त संस्थानांे को देश के कोने-कोने तक फैलाया जाये. पिछले कुछ दिन मंे हमने किसानांे की आत्महत्यांे की दु:खद तस्वीर दिखी है. ये जटिल मामले हैं. इसका आसान स्पष्टीकरण नहीं हो सकता. राजन ने यहां एक कार्यक्रम मंे कहा कि इसका अध्ययन किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि अनौपचारिक वित्त के बोझ के बजाय औपचारिक वित्त की कमी समस्या है. हमंे देश के कोने-कोने मंे औपचारिक वित्त उपलब्ध कराना चाहिए. उन्हांेनेे कहा कि प्रधानमंत्री जनधन योजना ऐसी ही एक पहल है, जिसके जरिये जरूरतमंदांे को वित्त उपलब्ध कराया जा सकता है.

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