जेसीएमयू का नौवां महाधिवेशन तीन मई को धनबाद में : मुखर्जी

पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी करेंगे उदघाटनवरीय संवाददाता, रांचीझारखंड कोलियरी मजदूर यूनियन (जेसीएमयू) का नौवां महाधिवेशन तीन मई को धनबाद के जलगोड़ा में होगा. इस दौरान कोयला उद्योग के निजीकरण, आउटसोर्सिंग से उत्पादन बढ़ाने और मजदूर हितों की अनदेखी समेत अन्य मुद्दों पर चर्चा की जायेगी. महाधिवेशन का उदघाटन पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी करेंगे. कोल कंपनियों […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 25, 2015 10:03 PM

पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी करेंगे उदघाटनवरीय संवाददाता, रांचीझारखंड कोलियरी मजदूर यूनियन (जेसीएमयू) का नौवां महाधिवेशन तीन मई को धनबाद के जलगोड़ा में होगा. इस दौरान कोयला उद्योग के निजीकरण, आउटसोर्सिंग से उत्पादन बढ़ाने और मजदूर हितों की अनदेखी समेत अन्य मुद्दों पर चर्चा की जायेगी. महाधिवेशन का उदघाटन पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी करेंगे. कोल कंपनियों के 12 सौ प्रतिनिधि अधिवेशन में शामिल होंगे. सीसीएल, सीएमपीडीआइ, बीसीसीएल, इसीएल और अन्य कोयला कंपनियों के मजदूर प्रतिनिधि कार्यक्रम में शिरकत करेंगे. महाधिवेशन की तैयारी को लेकर शनिवार को रांची में यूनियन की बैठक हुई. बैठक की जानकारी देते हुए यूनियन के महामंत्री सनत मुखर्जी ने बताया कि नरेंद्र मोदी के नेतृत्ववाली एनडीए की सरकार कोल कंपनियों के निजीकरण की दिशा में आगे बढ़ रही है. उन्होंने कहा कि आज कोल कंपनियों का उत्पादन आउटसोर्सिंग के जरिये बढ़ गया है. कोयला कंपनियों में अब 7.50 लाख कर्मियों की जगह 3.34 लाख कर्मी बच गये हैं. सिर्फ सीसीएल में ही पिछले 10 वर्षों में कर्मचारियों, अधिकारियों की संख्या 70 हजार से घट कर 43 हजार हो गयी है, पर कोयला का उत्पादन दिनों-दिन बढ़ रहा है. महाधिवेशन में मजदूर यूनियनों की खत्म होती धार, पेंशन योजना को बंद करने की साजिश, न्यूनतम मजदूरी का भुगतान नहीं होने और अन्य मामलों पर भी चर्चा होगी. बैठक में महेश्वर साहू की ओर से पोस्टर जारी किया गया. कार्यक्रम में सुखदेव प्रसाद, मधु उरांव समेत अन्य नेता मौजूद थे.

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