कूड़ादान बना अलौदिया नाला
24 चांद 1 : प्लास्टिक व कचरे से पटा अलौदिया नाला.फ्लायर …अतिक्रमण व कचरे से सिकुड़ता जा रहा चंदवा का वाटर लाइफ लाइनचंदवा. शहर की वाटर लाइफ लाइन अलौदिया नाला का अस्तित्व खतरे में है. एक तरफ यह नाला कोल डंप व बॉक्साइट पत्थरों से जाम कर दिया गया है, तो दूसरी तरफ शहर का […]
24 चांद 1 : प्लास्टिक व कचरे से पटा अलौदिया नाला.फ्लायर …अतिक्रमण व कचरे से सिकुड़ता जा रहा चंदवा का वाटर लाइफ लाइनचंदवा. शहर की वाटर लाइफ लाइन अलौदिया नाला का अस्तित्व खतरे में है. एक तरफ यह नाला कोल डंप व बॉक्साइट पत्थरों से जाम कर दिया गया है, तो दूसरी तरफ शहर का सारा कचरा इसे नेस्तनाबूद करने में लगा है. नाले में फेंके जा रहे कचरे से बदबू उठ रही है. अलौदिया नाले पर ही जगराहा डैम निर्भर है. यह नाला ही डैम को रिचार्ज करता है. लगातार भराई के कारण नाला इन दिनों नाली की शक्ल में तब्दील होता जा रहा है. नाले के आस-पास की भूमि पर अतिक्रमण भी जारी है. कई बार इसकी शिकायत जिला प्रशासन से की गयी, लेकिन नतीजा सिफर रहा. जल जागरूकता अभियान सह देवनद बचाओ आंदोलन के प्रणेता सरयू राय भी इस नाले की बदहाली से अवगत हैं. पूर्व सीओ कामदेव रजक ने नाले के जीर्णोद्धार की प्रक्रिया शुरू की थी, लेकिन उनके तबादले के साथ ही फाइल ठंडे बस्ते में चली गयी. जल संकट उत्पन्न न हो इसे ध्यान में रखते हुए स्थानीय लोगों ने जिला प्रशासन से अलौदिया नाला व जगराहा डैम की सफाई व अतिक्रमण मुक्त कराने की मांग की है. इस बाबत स्वदेशी जागरण मंच लातेहार व स्वयंसेवी संस्था निष्ठा फाउंडेशन के प्रतिनिधि गत 20 अप्रैल को उपायुक्त बालमुकुंद झा से मिले थे. उनसे अलौदिया नाला व जगराहा डैम की वर्तमान स्थिति पर चर्चा की गयी थी. ज्ञापन सौंपा गया था. उपायुक्त ने लातेहार एसी अनिल कुमार को अलौदिया नाला व जगराहा डैम का निरीक्षण करने का निर्देश भी दिया है.