पतरातू से उत्पादन शून्य, बिजली संकट गहराया

आंधी-पानी के कारण राजधानी के बड़े इलाके में गिरे पेड़, बिजली व्यवस्था चरमरायी रांची : पतरातू से उत्पादन शून्य हो जाने के कारण मंगलवार को राज्य में बिजली संकट गहराया. पीटीपीएस की एकमात्र यूनिट संख्या दस से मंगलवार को दिन दो बजे पतरातू-हटिया लाइन में आंधी के कारण खराबी आ गयी थी. देर रात इस […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 29, 2015 6:10 AM
आंधी-पानी के कारण राजधानी के बड़े इलाके में गिरे पेड़, बिजली व्यवस्था चरमरायी
रांची : पतरातू से उत्पादन शून्य हो जाने के कारण मंगलवार को राज्य में बिजली संकट गहराया. पीटीपीएस की एकमात्र यूनिट संख्या दस से मंगलवार को दिन दो बजे पतरातू-हटिया लाइन में आंधी के कारण खराबी आ गयी थी. देर रात इस खराबी को दूर कर इस यूनिट से उत्पादन शुरू कर दिया गया. फिलहाल 50 मेगावाट बिजली का उत्पादन हो रहा है.
छह नंबर यूनिट से बुधवार को उत्पादन शुरू होने की संभावना व्यक्त की गयी है. वहीं तेनुघाट के एक ही यूनिट से बिजली का उत्पादन हो रहा है. इस कारण राज्य में 160 मेगावाट बिजली की कमी हो गयी है. इस कमी को पूरा करने के लिए सभी जगहों पर बिजली की कटौती की जा रही है.
इधर, रांची में बड़े इलाके में दिन के दो बजे से बिजली की आपूर्ति बंद हो गयी थी. आंधी पानी के कारण टोटल पावर लगभग 20 मिनट के लिए फेल कर गया था. बड़े इलाके में उपभोक्ता को बाधित बिजली मिली. आरके मिशन, करमटोली व मोरहाबादी फीडर से एक घंटे बिजली की आपूर्ति बंद थी.
मिलिट्री कैंप के भीतर चार पेड़ गिर गये थे, जिस कारण बिजली की आपूर्ति बंद है. बुधवार को इस खराबी को दूर कर बिजली आपूर्ति सामान्य कर दी जायेगी. मौसम विभाग कार्यालय के समीप बड़ा पेड़ गिर गया था. जिस कारण बिजली की आपूर्ति बंद हो गयी थी.
वहीं खूंटी रोड में हवाई नगर के समीप एक दर्जन से अधिक पेड़ गिर गये. यहां लाइन अंडर ग्राउंड रहने के कारण व्यापक क्षति नहीं हुई है. वहीं मणिटोला नीम चौक के समीप भी एक पेड़ गिर गया , जिस कारण एक ट्रांसफारमर से बिजली बंद है. देर रात तक कई इलाकों में बिजली बहाल करने की कोशिश की जा रही थी.
लगने के साथ ही रातू सब स्टेशन का ट्रांसफारमर जला
रातू सब स्टेशन में भी 10 एमवीए का पावर ट्रांसफारमर जल गया है. 21 अप्रैल को नया ट्रांसफारमर लगाया गया था और 23 अप्रैल को यह जल गया. इस कारण इसकी गुणवत्ता पर सवाल उठ रहे हैं.

Next Article

Exit mobile version