अगवा डॉक्टर की हत्या के बाद राज्य में आक्रोश, गुस्सायी भीड़ ने पुलिस को खदेड़ा
अगवा डॉक्टर की हत्या के बाद राज्य में आक्रोश, चिकित्सा सेवा ठप रांची/गुमला : गुमला के चिकित्सक डॉ आरबी चौधरी के अपहरण के बाद हत्या की घटना के बाद इलाके के लोग सकते में हैं. इस घटना को लेकर ने सिर्फ स्वास्थ्य विभाग, बल्कि पूरे राज्य के लोगों में गुस्सा है. गुमला और रांची समेत […]
अगवा डॉक्टर की हत्या के बाद राज्य में आक्रोश, चिकित्सा सेवा ठप
रांची/गुमला : गुमला के चिकित्सक डॉ आरबी चौधरी के अपहरण के बाद हत्या की घटना के बाद इलाके के लोग सकते में हैं. इस घटना को लेकर ने सिर्फ स्वास्थ्य विभाग, बल्कि पूरे राज्य के लोगों में गुस्सा है. गुमला और रांची समेत पूरे राज्य में स्वास्थ्य सेवाएं ठप हो गयी हैं.
डॉक्टर व स्वास्थ्यकर्मी आंदोलन पर उतर आये हैं. इस घटना के विरोध में सोमवार को गुमला सदर अस्पताल स्थित गेट के समीप शव के साथ लोगों ने एनएच 78 जाम कर दिया. रोड जाम देर शाम तक रहा. जामकर्ता सीएम, प्रधान सचिव व डीजीपी को गुमला बुलाने समेत हत्यारों को गिरफ्तार करने और मृतक के परिजनों के लिए मुआवजा की मांग पर उड़े हुए थे. मेडिकल एसोसिएशन के डॉ बीके महतो का कहना ता कि जब कर एसोसिएशन की मांग पूरी नहीं होती है, तब तक रोड जाम रहेगा. लोग डीसी व एसपी को बरखास्त करने की मांग कर रहे थे.
जाम की सूचना पाकर प्रशासनिक व पुलिस अधिकारी जाम स्थल पर पहुंचे, लेकिन किसी ने उनसे बात नहीं की, इससे पहले जाम की सूचना मिलने पर जब पुलिस जामस्थल पर पहुंची थी, तो लोगों ने पुलिस को खदेड़ दिया था.चिकित्सक जाम स्थल पर सोकर विरोध प्रकट कर रहे थे. हत्या के विरोध में गुमला में 10 किमी तक सड़क जाम है. 300 से अधिक ट्रक जाम में फंसे हुए हैं. जाम स्थल पर सात सौ से अधिक लोग जमे हुए हैं. रात 10 बजे तक स्थिति यथावत थी
चिकित्सक रहे हड़ताल पर, आज भी नहीं करेंगे काम
रांची : गुमला के चिकित्सक एवं आरसीएच पदाधिकारी डॉ आरबी चौधरी का शव मिलने के बाद राज्यभर के चिकित्सक मंगलवार को भी हड़ताल पर रहेंगे. राज्य के सदर अस्पताल, पीएचसी, सीएचसी एवं सब सेंटर का ओपीडी बंद रहेगा. हालांकि इमरजेंसी सेवा बहाल रहेगी.
यह निर्णय सोमवार को करमटोली चौक स्थित आइएमए भवन में झासा एवं आइएमए की हुई बैठक लिया गया. एसोसिएशन ने पूरे मामले में गुमला प्रशासन पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है. चिकित्सकों ने कहा कि यह आंदोलन जारी रहेगा. बुधवार को सरकारी अस्पताल, मेडिकल कॉलेज एवं निजी अस्पतालों में ओपीडी सेवा बंद रहेगी. इधर, चिकित्सकों के राज्यव्यापी हड़ताल से चिकित्सा सेवा पर व्यापक असर पड़ने की संभावना है. राज्य के मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है.
झासा के सचिव डॉ बिमलेश सिंह एवं आइएमए के राज्य सचिव डॉ प्रदीप कुमार सिंह ने कहा कि पुलिस लगातार आश्वासन देती रही, लेकिन चिकित्सक को मुक्त कराने का प्रयास नहीं किया गया. रांची जिला आइएमए के अध्यक्ष डॉ जेके मित्र, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के सचिव डॉ बीके प्रजापति, रिम्स टीचर्स एसोसिएशन जेडीए एवं मेडिकल संगठनों ने घटना की निंदा की है.
चिकित्सकों का मार्च आज
मंगलवार को दिन भर चिकित्सक काला बिल्ला लगा कर विरोध प्रकट करेंगे. इसके बाद चिकित्सक दोपहर तीन बजे आइएमए भवन में एकत्र होंगे. वहां से विरोध मार्च निकाला जायेगा, जो अलबर्ट एक्का चौक पर जाकर समाप्त होगा. चिकित्सकों का कहना है कि जब तक उनकी मांगें नहीं मानी जायेगी आंदोलन जारी रहेगा.
सरकारी अस्पतालों में ओपीडी बंद, लौटे मरीज
झारखंड स्टेट हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (झासा) के आह्वान पर सोमवार को सरकारी अस्पतालों की चिकित्सा सेवा प्रभावित रही. सदर अस्पताल, पीएचसी, सीएचसी एवं सब-सेंटर के ओपीडी बंद रहे. सदर अस्पताल रांची का ओपीडी भी बंद रहा, चिकित्सक परामर्श के लिए मौजूद नहीं थे. इससे मरीजों को वापस लौटना पड़ा. सबसे ज्यादा परेशानी दूर-दराज से आये मरीजों को हुई. इमरजेंसी से मरीजों को रिम्स में रेफर किया गया. इधर झासा के पदाधिकारियों ने पूरे राज्य में ओपीडी बंद होने एवं चिकित्सा सेवा प्रभावित होने का दावा किया है.
कई को इमरजेंसी में भी नहीं मिला परामर्श
सदर अस्पताल के इमरजेंसी में आये कई मरीजों को परामर्श नहीं मिलने के कारण वापस लौटना पड़ा. मरीज निजी अस्पताल के ओपीडी एवं क्लिनिक में परामर्श लेने पहुंचे. लालपुर निवासी कालीचरण सोमवार अपनी बेटी को लेकर सदर अस्पताल पहुंचे थे, वहां परामर्श नहीं मिलने के कारण वह निजी अस्पताल चले गये.
चिकित्सक की हत्या निंदनीय है. उनके परिवार के प्रति हमारी संवेदना है, सरकार से जो मदद मिल सकती है उसके लिए प्रयास किया जायेगा. चिकित्सकों से मेरा अनुरोध है कि राज्य की जनता के हित में अपना आंदोलन समाप्त करें. इससे आम जनता को परेशानी होगी.
रामचंद्र चंद्रवंशी, स्वास्थ्य मंत्री